तीनों ही फॉर्मेट में खेलना खिलाड़ियों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है - क्विंटन डी कॉक

England v South Africa - 3rd Royal London Series One Day International
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साउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) ने इन दिनों ज्यादा क्रिकेट को लेकर छिड़ी बहस पर अपनी राय दी है। उनका भी कहना है कि इन दिनों प्लेयर्स के लिए तीनों ही फॉर्मेट में खेलना काफी मुश्किल हो जाता है क्योंकि शेड्यूल काफी टाइट रहता है।

हाल ही में इंग्लैंड के दिग्गज ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने व्यस्त शेड्यूल का हवाला देते हुए वनडे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि लगातार क्रिकेट की वजह से इस फॉर्मेट में खेलना उनके लिए काफी मुश्किल हो रहा था। बेन स्टोक्स ने अपने संन्यास को लेकर कहा कि हम कार नहीं हैं कि आप भरेंगे और हम दौड़ने लगेंगे और दोबारा भरवाने के लिए तैयार रहेंगे। हमने टेस्ट सीरीज खेली, इसके बाद वनडे सीरीज उसी वक्त हो रही थी और ये काफी बकवास है। मेरे हिसाब से काफी ज्यादा क्रिकेट हो रही है और तीनों फॉर्मेट खेलना मुश्किल हो रहा है।

खिलाड़ियों के लिए तीनों फॉर्मेट खेलना काफी मुश्किल है - क्विंटन डी कॉक

बेन स्टोक्स के संन्यास के बाद पूरी दुनिया में अब द्विपक्षीय सीरीज के ज्यादा आयोजन पर सवाल उठने लगे हैं। हर कोई बिजी शेड्यूल की बात कर रहा है। वहीं क्विंटन डी कॉक ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इन दिनों ज्यादा क्रिकेट की वजह से प्लेयर्स को काफी दिक्कतें हो रही हैं। उन्होंने कहा,

खिलाड़ियों के लिए दिक्कतें होने वाली हैं। तीनों ही फॉर्मेट को मिलाकर काफी ज्यादा क्रिकेट हो रही है। खिलाड़ियों को खुद फैसला करना होगा कि वो क्या चाहते हैं। अगर उन्हें लगता है कि वो तीनों फॉर्मेट में खेल सकते हैं तो फिर ठीक है। हालांकि प्लेयर्स को खुद फैसला करना होगा। मैं अपनी बात करूं तो जहां हूं वहां खुश हूं। जब आप युवा हों तो फिर तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहिए और अपने करियर में कुछ चीजें जरूर करनी चाहिए। लेकिन जैसे ही आपकी उम्र होने लगती है आपका शरीर उस तरह से काम करना बंद कर देता है।

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Edited by सावन गुप्ता
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