पूर्व क्रिकेटर ने बताया कि विदेशी पिचों पर जडेजा को अश्विन से ज्यादा महत्व क्यों मिलता है

Nitesh
रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा एकसाथ
रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा एकसाथ

भारतीय टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) ने रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और रविचंद्रन अश्विन (R.Ashwin) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि विदेशी पिचों पर रविंद्र जडेजा को अश्विन के ऊपर क्यों ज्यादा तरजीह दिया जाता है।

रविचंद्रन अश्विन का परफॉर्मेंस भारतीय पिचों पर काफी शानदार रहता है। वो अभी तक कई सारे विकेट भारतीय पिचों पर निकाल चुके हैं। हालांकि विदेशी धरती पर उनसे पहले जडेजा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाता है।

प्रज्ञान ओझा ने इसके पीछे खास वजह बताई है। उन्होंने इसके लिए अनिल कुंबले और हरभजन सिंह की जोड़ी का उदाहरण दिया।

आकाश चोपड़ा के यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा "जब हरभजन सिंह और अनिल कुंबले खेलते थे तब टीम की सोच काफी अलग होती थी। टीम मैनेजमेंट उस वक्त हमेशा स्पेशलिस्ट स्पिनर चाहता था। कुंबले और हरभजन के रूप में भारत के पास दो स्पेशलिस्ट थे। दोनों ही गेंदबाज काफी शानदार थे। इसलिए हरभजन तब खेलते थे जब विरोधी टीम के पास ज्यादा बाएं हाथ के बल्लेबाज होते थे। वहीं कुंबले को टीम का सबसे मेन स्पिनर माना जाता था।

रविंद्र जडेजा को बल्लेबाजी की वजह से फायदा मिलता है - प्रज्ञान ओझा

प्रज्ञान ओझा ने आगे कहा "अब मैनेजमेंट की सोच बदल गई है। कप्तान अब पांच बल्लेबाजों के साथ जाना चाहता है। आप पांच बल्लेबाजों और जडेजा के साथ जाते हैं जो विदेशी परिस्थितियों में लगातार 30-40 और भारत में 60, 70 और 80 रन बना सकते हैं। भारत में तो दोनों स्पिनर्स एकसाथ खेल लेते हैं लेकिन विदेशो में जडेजा आगे निकल जाते हैं। शायद यही वजह है कि अश्विन की बजाय ओवरसीज कंडीशंस में उन्हें ज्यादा तरजीह दिया जाता है।"

आपको बता दें कि भारत के आगामी साउथ अफ्रीका टूर पर जडेजा भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। इंजरी की वजह से वो इस दौरे से बाहर हो गए हैं।

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Edited by Nitesh
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