वर्ल्ड कप 2019: भारत की 15 सदस्यीय टीम में कौन से खिलाड़ियों को मिल सकता है मौका

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आईसीसी विश्वकप 2019 30 मई को इंग्लैंड में शुरू होना है, और सभी टीमें अपने सही संयोजन खोजने के लिए काफी पसीना बहा रही है। भारत और इंग्लैंड की टीमें टूर्नामेंट में सबसे पसंदीदा मानी जा रही है,लेकिन अन्य आठ टीमो को भी कम नहीं आंका जा सकता है।

भारतीय टीम भी अपने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपने विकल्पों को आजमा के देख रही है ताकि विश्वकप के लिए सही टीम का चुनाव किया जा सके। विश्वकप के लिए भारतीय टीम का ऐलान 15 अप्रैल को होना है। अधिकतर खिलाड़ियों का तो टीम में चयन लगभग तय है जबकि कुछ खिलाड़ी 15 अप्रैल का अपने चयन को लेकर इन्तजार कर रहे होंगे।

सलामी बल्लेबाज: रोहित शर्मा, शिखर धवन और केएल राहुल

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भारतीय टीम में रोहित शर्मा और शिखर धवन का चयन बतौर सलामी बल्लेबाज निश्चित है। हालांकि शिखर की मौजूदा आईपीएल फॉर्म एक चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन एकदिवसीय प्रारूप में वह एक अलग स्तर के खिलाड़ी हैं। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पिछले कुछ वर्षों में उम्मीदों से ऊपर का प्रदर्शन किया है। धवन ने विशेष रूप से इंग्लैंड में आयोजित आईसीसी टूर्नामेंटों में धूम मचाई है। ये दोनों बल्लेबाज गति और उछाल को पसंद करते हैं, और इसलिए यह जोड़ी इंग्लैण्ड में सबसे उपयुक्त सलामी बल्लेबाज जोड़ी साबित होगी।

केएल राहुल को वैकल्पिक सलामी बल्लेबाज के रूप में चुना जा सकता है। दाएं हाथ के बल्लेबाज राहुल की हालिया फॉर्म अच्छी रही है वह बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। कप्तान कोहली उन पर भरोसा जताते आये हैं। अगर विश्वकप में टीम प्रबंधन विराट कोहली को चौथे नम्बर पर भेजते हैं तो राहुल तीसरे नंबर पर प्लेइंग इलेवन में खेल सकते हैं। हालाँकि इसके होने की संभावना बहुत ही कम है।

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मध्यक्रम: विराट कोहली, एमएस धोनी और ऋषभ पंत

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यह भारतीय कप्तान के रूप में विराट कोहली का पहला बड़ा टूर्नामेंट होगा। विश्व कप में कोहली पहली बार भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे। लगभग दो साल पहले उनकी कप्तानी में ही भारतीय टीम इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी की उपविजेता बनी थी। विश्वकप भी इंग्लैंड में ही खेला जाना है।

विश्वकप में एमएस धोनी भारत के विकेट कीपर होंगे। उनका अनुभव विपरीत परिस्थितियों के दौरान भारतीय कप्तान के लिए महत्वपूर्ण होगा। धोनी निश्चित ही अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे हैं, और इसलिए वह इस टूर्नामेंट में अपना शत-प्रतिशत देना चाहेंगे।

ऋषभ पंत को बैक अप विकेट कीपर के रूप में मौका मिल सकता है। दिनेश कार्तिक की हालिया फॉर्म अच्छी रही हैं, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में नहीं चुनकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। साथ ही कार्तिक को एक टी 20 विशेषज्ञ के रूप में देखा जा रहा है। इसलिए युवा विकेट कीपर पंत को कार्तिक से आगे टीम में चुना जा सकता है।

ऑलराउंडर:हार्दिक पांड्या, विजय शंकर और केदार जाधव

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हार्दिक पांड्या एक विशेष स्तर के खिलाड़ी हैं। उनका टीम में चुना जाना तय है। आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर उन्होंने अपनी फॉर्म और फिटनेस को सही सिद्ध किया है। वह खेल के हर विभाग में अपना शत-प्रतिशत देते हैं। उनकी उपस्थिति से टीम में संतुलन और बल्लेबाजी क्रम को मजबूती भी मिलेगी।

विजय शंकर ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ से सबसे अधिक प्रभावित करने वाले खिलाड़ी रहे हैं। तमिलनाडु के ऑल-राउंडर ने अब तक मिले सभी मौकों को भुनाया है। इंग्लैंड में परिस्थितियां स्विंग गेंदबाजी के अनुकूल है इसीलिए उनका दावा और मजबूत होता है।

केदार जाधव का टीम में चुना जाना लगभग तय है। वह गेंद के साथ भी योगदान दे सकते है, और साझेदारी तोडने में सक्षम है। केदार जाधव की बल्लेबाजी मे भरोसा किया जा सकता है। उनकी उपस्थिति मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करेगी।

स्पिनर: रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, और युजवेंद्र चहल

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रविंद्र जडेजा भारतीय टीम का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। चयनकर्ता जडेजा के अनुभव के कारण उनके साथ जा सकते हैं। वह सबसे फुर्तीले भारतीय क्षेत्ररक्षकों में से एक हैं, और बल्ले के साथ भी उपयोगी हैं। वह भारत के मुख्य दो स्पिनरों के लिए एक अच्छा बैक स्पिनर भी हो सकता है।

कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी ने पिछले एक साल में भारत के लिए कई मैच जीते हैं। भारत ही नहीं, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी जगहों पर भी इन दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इसलिए वे चयनकर्ताओं के साथ-साथ भारतीय कप्तान के लिए स्पिनरों की पहली पसंद होंगे।

हालाँकि वे दोनों प्लेइंग इलेवन में एक साथ नहीं खेल सकते हैं, फिर भी उन्हें रोटेशन पॉलिसी में चुने जाने की उम्मीद होगी। विराट कोहली का मानना है कि स्पिनर किसी भी खेल की स्थिति में गेम चेंजर हो सकते हैं।

तेज गेंदबाज:भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी

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हालांकि भुवनेश्वर कुमार शानदार फॉर्म में नहीं हैं, वह भारत के तीसरे तेज गेंदबाज होंगे। भुवी का स्विंग पर काफी नियंत्रण है, और इंग्लैण्ड की परिस्थितियों में वह कारगर होने वाले है।

जसप्रीत बुमराह क्रिकेट विश्वकप में कोहली के साथ भारत के लिए प्रमुख सदस्यों में से एक हैं। वह अपने दम पर मैच जितवा सकते हैं। वह निश्चित ही 2019 विश्व कप में भारत के ट्रम्प कार्ड बनने जा रहे हैं।

मोहम्मद शमी एकदिवसीय मैचो के बड़े खिलाड़ी हैं उनके आंकड़े उनकी सफलता की कहानी बयां करती है। वह इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में बहुत प्रभावी हो सकते है। पिछले एक साल में भारत को बड़ी सफलता मिली है, इसका मुख्य कारण तेज गेंदबाजी विभाग रहा हैं। अगर तीनों तेज गेंदबाज अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने में सफल हो पाते हैं, तो कोहली की टीम के पास टूर्नामेंट जीतने का शानदार मौका हो सकता है।

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