भारतीय टीम (India Cricket Team) के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने हाल ही में इंग्लैंड (England Cricket Team) के खिलाफ संपन्न पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में दो विशेष उपलब्धियां हासिल की। अश्विन ने 100 टेस्ट मैच पूरे किए और 500 विकेट का आंकड़ा पार किया।
रविचंद्रन अश्विन इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और आखिरी दो टेस्ट मैचों में इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। अश्विन को शनिवार को तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार उपलब्धि हासिल करने के लिए सम्मानित किया।
इस समारोह में भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ भी शामिल हुए, जिन्होंने रविचंद्रन अश्विन की जमकर तारीफ की। द्रविड़ ने कहा कि अश्विन की विश्व क्रिकेट में शानदार विरासत रहेगी।
द्रविड़ ने सम्मान समाराह के दौरान कहा, 'मुझे उम्मीद है कि उनका करियर अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और नवीनता के माध्यम से स्पिन गेंदबाजी की कला को आगे बढ़ाया है। यह शानदार विरासत है। युवा स्पिनर्स की पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया। अश्विन में हमेशा टीम की सफलता में योगदान देने की इच्छा रही। मैंने उनके साथ अपने समय का पूरा आनंद उठाया।'
द्रविड़ ने साथ ही बताया कि अश्विन ने उन्हें बतौर कोच एक चैलेंज दिया। भारतीय हेड कोच ने अश्विन को विश्व क्रिकेट के इतिहास में सबसे शानदार क्रिकेटरों में से एक करार दिया। द्रविड़ ने कहा, 'अश्विन के बारे में अच्छी बात यह है कि वो आपकौ चुनौती देते हैं और एक कोच के रूप में आप वो लेना चाहते हैं। मेरा ध्यान उनके साथ कई यादें बनाने पर है। वो शानदार क्रिकेटरों में से एक हैं।'
भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री और अनिल कुंबले भी समारोह में शामिल थे और दोनों ने अश्विन की तारीफों के पुल बांधे। शास्त्री ने कहा, 'विशाल अनुपात की उपलब्धियां। यह मजाक नहीं। आपको शुभकामनाएं। मेरा मानना है कि आप में अभी काफी क्रिकेट बाकी है। स्पिनर्स उम्र बढ़ने के साथ परिपक्व होते जाते हैं। आप पर बहुत गर्व है। शाबाश। आनंद उठाएं और अगले कुछ सालों तक बल्लेबाजों को खूब परेशान करें।'
कुंबले ने कहा, 'मेरी किताब में अश्विन सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं, जिन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया। उनके आंकड़े बेमिसाल हैं। उनका अपनी और भारत की सफलता के साथ शानदार रिश्ता है। वो कभी संतुष्ट नहीं होते और हमेशा ज्यादा की मांग करते हैं। उन्हें बहुत पहले अपना 100वां टेस्ट खेल लेना चाहिए था। हालांकि, विदेश में खेलते समय उन्हें पहले नहीं चुना जाता, जो मुझे हैरान करता है।'