पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना (Suresh Raina) ने उस समय को याद किया है जब सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को हटाकर राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को भारतीय टीम का कप्तान बना दिया गया था। रैना ने बताया कि उस वक्त टीम में कैसा माहौल था और युवा प्लेयर कैसा महसूस कर रहे थे।
मिड-डे में छपी खबर के मुताबिक सुरेश रैना ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में इसका जिक्र किया है। उन्होंने कहा,
मुझे याद है कि एक सीनियर प्लेयर ने मुझसे आकर कहा था कि मुझे हर एक्स्ट्रा प्रैक्टिस सेशन में मौका मिलता है, जैसे कि मुझे ही सिर्फ मैच खेलना है। मैंने उनसे तुरंत कहा कि आप मुझे ज्वॉइन कर सकते हैं क्योंकि मैं किसी का दिल नहीं दुखाना चाहता था। मेरे लिए रैगिंग एक आम बात थी क्योंकि हॉस्टल में रहने की वजह से मैं इसका आदी था।
सुरेश रैना नेे आगे बताया कि जब गांगुली को हटाकर राहुल द्रविड़ को कप्तान बनाया गया था तो उस वक्त कैसी परिस्थितियां थीं। उन्होंने कहा कि राहुल भाई और सचिन पाजी चीजों को मैनेज करने की कोशिश करते थे। रैना ने कहा,
कुछ प्लेयर ऐसे थे जैसे राहुल भाई और सचिन पाजी जिनकी ड्रेसिंग रूम में प्लेयर्स काफी इज्जत करते थे। ये खिलाड़ी चीजों को शांत रखने की कोशिश करते थे। गांगुली की जगह द्रविड़ का कप्तान बनना ये उस समय के सबसे अहम बदलाव में से एक था।
ये भी पढ़ें: भारत की दो टीमों के बीच हुए इंट्रा-स्क्वॉड मैच की हाईलाइट, के एल राहुल ने रविंद्र जडेजा की गेंद पर लगाया छक्का
2007 वनडे वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान थे
आपको बता दें कि 2007 का वर्ल्ड कप भारतीय टीम ने राहुल द्रविड़ की कप्तानी में खेला था। हालांकि उस वर्ल्ड कप में टीम हारकर पहले ही दौर से बाहर हो गई थी। इसके बाद एम एस धोनी को 2007 टी20 वर्ल्ड कप के लिए कप्तान बनाया गया था और उन्होंने टीम को चैंपियन बनाया था।
ये भी पढ़ें: पीएसएल मैच के दौरान फाफ डू प्लेसी हुए बुरी तरह चोटिल, हॉस्पिटल ले जाया गया