"मैं अपने बेटे से रिश्ता तोड़ देता"- मोहम्मद आमिर की T20 वर्ल्ड कप के लिए संभावित वापसी को लेकर पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष ने दी तीखी प्रतिक्रिया 

रमीज राजा और मोहम्मद आमिर के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं
रमीज राजा और मोहम्मद आमिर के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं

हाल ही में तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) ने लम्बे समय के बाद अपने संन्यास से वापसी की और उन्होंने जून में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2024) के लिए खुद को उपलब्ध बताया। आमिर की वापसी से पाकिस्तानी फैंस काफी खुश नजर आये और मानना है कि गेंदबाजी को मजबूती मिलेगी लेकिन पूर्व पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा (Ramiz Raja) को बाएं हाथ के इस गेंदबाज का संन्यास से यू-टर्न का फैसला पसंद नहीं आया और उन्होंने इस पर खुलकर अपने विचार प्रकट किये। रमीज ने फिक्सिंग का जिक्र किया और कहा कि अगर उनका खुद का बेटा ऐसा करता तो वह उसे छोड़ देते।

मोहम्मद आमिर, सलमान बट और मोहम्मद आसिफ को साल 2010 में लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था और बाद में इन सभी को जेल भी हुई थी। हालाँकि, आमिर युवा थे और उन्होंने बाद में वापसी भी की और पाकिस्तान की 2017 चैंपियंस ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका भी अदा की थी। 31 वर्षीय ने 2019 में टेस्ट से संन्यास ले लिया था और फिर 2020 में सीमित ओवरों की क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी लेकिन वह अलग-अलग टी20 लीग में खेलते रहे। कई सालों तक बाहर रहने के बाद, आमिर ने पिछले महीने ट्वीट करते हुए खुद की वापसी का ऐलान किया।

एक लोकल न्यूज़ चैनल पर मोहम्मद आमिर को लेकर रमीज राजा ने कहा,

मोहम्मद आमिर के बारे में मेरे विचार बहुत स्पष्ट हैं। मैंने क्रिकेट को ठीक करने की शपथ नहीं ली है, लेकिन मेरा मानना है कि समाज और प्रशंसकों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है। जब वह फिक्सिंग में शामिल थे, तो मैं लॉर्ड्स में कमेंट्री कर रहा था, और मैं अपने प्रति तीव्र घृणा महसूस कर सकता था क्योंकि मैं फिक्सरों की पहचान कर रहा था। उस दौरान मुझे मीडिया से जितनी आलोचना का सामना करना पड़ा, वह कुछ ऐसा है जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता।

राजा को लगता है कि प्रशंसकों को समझना चाहिए कि गेम वाइट या ब्लैक है, जहां सुधार का कोई मतलब नहीं है। एक दागी क्रिकेटर को निष्कासित कर देना चाहिए, चाहे कुछ भी हो। उन्होंने आगे कहा,

दुनिया में जहां भी दागी क्रिकेटर होते हैं, उन्हें आमतौर पर निष्कासित कर दिया जाता है। मुझे उनके साथ सहानुभूति है, माफी मेरी किताब में नहीं है। अगर, भगवान न करे, मेरे बेटे ने ऐसा काम किया होता, तो मैं उससे रिश्ता तोड़ देता।।

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