Ravi Shastri Reacts on Aus Bowling Attack for WTC: आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इस बार दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच होना है, जो कि लॉर्ड्स के मैदान पर 11 जून से शुरू होगा। इस महामुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को किन गेंदबाजों को मौका देना चाहिए, इसे लेकर भारतीय दिग्गज रवि शास्त्री ने अपने विचार साझा किए हैं।
मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप विजेता ऑस्ट्रेलिया अपने तेज गेंदबाजी विभाग में कई दिग्गजों के साथ लंदन में होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच में उतरेगा। इसमें पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क का होना तय है। तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर स्कॉट बोलैंड और जोश हेजलवुड में से किसे प्लेइंग 11 में जगह मिलेगी, ये देखने वाली बात होगी। स्पिनर के तौर पर नाथन लियोन को प्लेइंग 11 में शामिल होना लगभग तय है। इसके अलावा कंगारुओं के पास बीयू वेबस्टर को भी मौका देना का विकल्प होगा।
इसी मुद्दे पर शास्त्री ने अपने विचार साझा किए हैं और उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को फाइनल मैच में बोलैंड की जगह हेजलवुड को चुनना चाहिए। इसके पीछे की वजह बताते हुए भारतीय दिग्गज ने कहा कि हेजलवुड पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा की तरह गेंदबाजी करने वाले लम्बे कद के खिलाड़ी हैं। वह इंग्लैंड की परिस्थितियों का बेहतर तरीके से उपयोग कर पाएंगे।
आईसीसी रिव्यु में शास्त्री ने कहा, 'यह बहुत कठिन विकल्प होगा, अगर हेजलवुड फिट होते हैं, तो उन्हें बोलैंड के मुकाबले तरजीह मिलनी चाहिए।'
स्कॉट बोलैंड की जगह हेजलवुड को मिलना चाहिए WTC फाइनल में मौका- रवि शास्त्री
बता दें कि हेजलवुड पिंडली की समस्या के चलता बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीन टेस्ट मैचों से बाहर हो गए थे। इसके अलावा वह श्रीलंका दौरे पर टीम का हिस्सा बनने से चूक गए थे और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी नहीं खेल पाए थे।
हालांकि, 34 वर्षीय खिलाड़ी ने फिटनेस हासिल करने के बाद इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन के जरिए फिर से मैदान पर वापसी की है। हेजलवुड रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए अपने पहले आठ मैचों में 12 विकेट लेकर अच्छे फॉर्म में दिख रहे हैं।
हेजलवुड मैक्ग्रा जैसा कमाल कर सकते हैं- रवि शास्त्री
शास्त्री ने हेजलवुड को मौका देने के पीछे की वजह के बारे में बताते हुए कहा,
"अगर हेजलवुड ऐसा करने के लिए फिट हैं, तो उन्हें दो कारणों से निश्चित रूप से मौका मिलेगा। पहला इंग्लैंड की कंडीशंस उन्हें सूट करेंगी और दूसरा उनके पास मैकग्रा की तरह गेंदबाजी करने की क्षमता है। ऐतिहासिक लॉर्ड्स की पिच पर एक तरफ से ढलान है और कमेंट्री बॉक्स वाले छोर से बोलिंग करते समय में हमें दिग्गज मैक्ग्रा के आंकड़ों को देखन चाहिए। उन्होंने लॉर्ड्स में तीन मुकाबलों में 26 विकेट हासिल किए हैं। वह गेंदों को दोनों तरफ से स्विंग करवाते हुए घातक साबित होते थे और मुझे लगता है कि हेजलवुड उस तरह का कमाल दिखा सकते हैं।"