Ravichandran Ashwin Father Big Statement: ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद जिस तरह से रविचंद्रन अश्विन ने अपने 14 साल लम्बे क्रिकेट करियर पर ब्रेक लगाने का ऐलान किया, उससे हर कोई हैरान हो गया। इसी बीच अश्विन के पिता ने एक चौंकाने वाला दावा किया है और कहा कि उनके बेटे को संन्यास लेने के लिए मजबूर किया गया। CNN News 18 से बातचीत के दौरान अश्विन के पिता ने कहा कि उनके बेटे को लगातार अपमानित किया जा रहा था, शायद इसी वजह से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में संन्यास की घोषणा की।
रविचंद्रन अश्विन ने दबाव में लिया संन्यास?
उन्होंने कहा कि मुझे भी अश्विन के संन्यास के बारे में आखिरी मिनट में पता चला। उनके दिमाग में क्या चल रहा था, मुझे नहीं पता। उन्होंने बस घोषणा कर दी। मैंने भी इसे पूरी खुशी के साथ स्वीकार कर लिया। लेकिन मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जिस तरह से उन्होंने संन्यास की घोषणा की, उससे एक तरफ मैं बहुत खुश भी था, दूसरी तरफ खुश नहीं था क्योंकि उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए था।
दिग्गज स्पिनर ने पिता ने आगे कहा कि संन्यास लेना उनका (अश्विन की) फैसला था, मैं इसमें दखल नहीं दे सकता, लेकिन जिस तरह से उन्होंने यह फैसला लिया, उसके कई कारण हो सकते हैं। केवल अश्विन ही सच्चाई जानते हैं। शायद अपमान के कारण ऐसा हुआ हो।
मालूम हो कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को बताया था कि अश्विन कुछ समय से संन्यास लेने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन उन्होंने ही स्टार क्रिकेटर को कम से कम एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले डे-नाइट टेस्ट तक संन्यास नहीं लेने के लिए राजी किया।
इस दौरान रविचंद्रन ने बताया कि उनके बेटे के करियर के दौरान उनकी भूमिका कुछ खास नहीं रही। वो बस अश्विन को बाइक पर ट्रेनिंग के लिए छोड़ने जाते थे। इस संदर्भ में बोलते हुए उन्होंने कहा,
"मैं उन्हें बाइक से ले जाता था और अभ्यास के लिए छोड़ता था। मैं उनके क्रिकेट करियर में ज्यादा शामिल नहीं था। मैं उन्हें क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई पर भी फोकस करने के लिए कहता था। घर पर मैं उनसे बात करता था, बस इतना ही। बाकी सब उन्होंने (अपने दम पर) किया। मैंने कुछ नहीं किया, क्योंकि उनकी बुद्धिमत्ता और प्रतिभा के कारण वे अपने आप आगे बढ़े। मैंने क्रिकेट में उनकी उतनी मदद नहीं की। मेरे बेटे ने अपने दम पर और दिमाग की मदद से सब कुछ किया।"