भारतीय टीम (India Cricket team) के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने अपनी राय बताई कि किसी खिलाड़ी का केवल एक बड़े स्कोर के कारण समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि थिंक टैंक को बड़ी पिक्चर और चरित्र पर ध्यान देना चाहिए, जो दबाव में प्रदर्शन करके दे।
अश्विन ने इस बहस पर अपने विचार प्रकट किए कि इशान किशन को अनुभवी शिखर धवन पर वनडे में तरजीह देना चाहिए। किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर में सबसे तेज दोहरा शतक जमाने का रिकॉर्ड बनाया था।
किशन ने शिखर धवन के साथ बांग्लादेश के खिलाफ पारी की शुरुआत करके केवल 131 गेंदों में 210 रन की पारी खेली थी। वहीं धवन केवल 3 रन बनाकर आउट हो गए थे। धवन का बल्ला बांग्लादेश के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज में खामोश रहा और इसके बाद वो टीम से बाहर हो गए।
धवन-किशन की स्थिति पर अपने विचार प्रकट करते हुए अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'भारतीय टीम के पास हमेशा से मजबूत ओपनर्स और नंबर-3 बल्लेबाज रहे हैं, जो वनडे में ज्यादा से ज्यादा रन बनाते रहे हैं। हमें पहले तभी दिक्कत हुई जब टॉप-3 फेल हुए। शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली। हमने रोहित और कोहली के बारे में काफी बातचीत की, लेकिन धवन योद्धा हैं। वो शांति से अपना काम करते हैं। क्या उनकी जगह को भरना भारतीय टीम के लिए आसान होगा?'
उन्होंने आगे कहा, 'क्या हमें दोबारा शिखर धवन के पास जाना चाहिए या फिर इशान किशन को बढ़ाना चाहिए, जिन्होंने हाल ही में दोहरा शतक जमाया था? एक बड़े स्कोर के आधार पर किसी खिलाड़ी का समर्थन करने के बजाय हमें देखना चाहिए कि टीम की क्या जरुरत है। कौन से खिलाड़ी दबाव में प्रदर्शन करेंगे? कौन लंबे समय तक हमें प्रदर्शन करके दे सकते हैं?'
शिखर धवन ने भारत के लिए 167 वनडे खेले और 44.11 की औसत व 91.35 के स्ट्राइक रेट से 6793 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 17 शतक और 39 अर्धशतक जमाए हैं।