Ravichandran Ashwin praises BCCI for using DRS in domestic cricket: दलीप ट्रॉफी 2024 में इंडिया सी और इंडिया डी के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। इस बीच मुकाबले की दूसरी पारी में इंडिया डी की बल्लेबाजी के दौरान एक वाकया चर्चा का विषय बन गया है, जिसको लेकर भारतीय दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी ट्वीट किया है। दरअसल, यह मामला इंडिया डी के बल्लेबाज रिकी भुई से जुड़ा हुआ है, जिन्हें मानव सुथार की गेंद पर एलबीडब्ल्यू अपील में पहले अंपायर ने नॉट आउट दिया, लेकिन गेंदबाज द्वारा डीआरएस लेने के बाद उन्हें आउट करार दिया गया।
इस दौरान घरेलू क्रिकेट में डीआरएस का उपयोग शुरू करने को लेकर रविचंद्रन अश्विन ने बीसीसीआई को सराहा है। अश्विन ने ट्वीट करते हुए बताया है कि कैसे गेंदबाज को इसका नुकसान होता है और यह कैसे खिलाड़ी के करियर पर असर डाल सकता है। अश्विन ने लिखा,
"घरेलू क्रिकेट में डीआरएस का इस्तेमाल सिर्फ सही निर्णय लेने के लिए नहीं है। मानव सुथार की गेंद पर रिकी भुई का आउट होना एक ऐसा मामला है, जिसके चलते कोई भी बल्लेबाज फर्स्ट क्लास क्रिकेट में हर बार इस तकनीकी से खेलते हुए आउट हो जाएगा। पुराने समय में बल्लेबाजों को ऐसी गेंद पर सिर्फ इसीलिए नॉटआउट दिया जाता था, क्योंकि वह गेंद को अपने फ्रंटफुट पर खेलते थे। ऐसे में अब बल्ले को पैड के पीछे रखना बल्लेबाज के लिए घातक हो सकता है। कल्पना कीजिए कि रिकी भुई को जैसा अनुभव हुआ, यदि उस अनुभव के बगैर कोई बल्लेबाज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक पहुंच जाता है, तो उसे अपनी गलती समझने के लिए पूरी एक सीरीज लग सकती है और उसका करियर भी खत्म हो सकता है। घरेलू क्रिकेट में डीआरएस का उपयोग एक से अधिक कारणों के चलते शानदार अनुभव है।"
Duleep Trophy मैच की दूसरी पारी में रिकी भुई ने बनाए 44 रन
इंडिया सी के खिलाफ रिकी भुई ने इंडिया डी की ओर से पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए महज 4 रन बनाए थे। हालांकि, दूसरी पारी में वह शानदार टच में नजर आ रहे थे और 5 चौके व 1 छक्के की मदद से 44 रन बना चुके थे। हालांकि, इसके बाद वह मानव सुथार की गेंद पर चकमा खाकर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। इसी विकेट के चलते गेंदबाजी टीम द्वारा इस्तेमाल किए गए डीआरएस को लेकर अश्विन ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की है तथा फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बल्लेबाज को गलतियों में सुधार लाने की सलाह दी है।