ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को भारत के सफलतम गेंदबाजों में शुमार किया जाता है। यह खिलाड़ी हमेशा कुछ ना कुछ नया करने को तत्पर रहता है और इसके लिए वह दूसरों से सलाह मांगने में भी झिझक महसूस नहीं करते। यह गेंदबाज एक समय भारत के लिए तीनों ही प्रारूप खेलता था लेकिन मौजूदा समय में टेस्ट टीम का ही नियमित सदस्य है।
हाल ही में अश्विन ने खुलासा किया कि किस तरह पूर्व भारतीय हेड कोच डंकन फ्लेचर की सलाह उनके काम आई और उन्होंने अपने पूरी करियर में उसी को फॉलो किया है।
मैं उनसे सुधार करने और बेहतर होने के बारे में पूछता था - अश्विन
राजस्थान रॉयल्स के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान अश्विन ने कहा,
वर्षों पहले, हमारे पास भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डंकन फ्लेचर के रूप में एक हेड कोच थे। मैं जाकर उनसे पूछता था कि मैं कैसे सुधार करूं? मैं बेहतर कैसे हो सकता हूँ?' उन्होंने कहा, 'लोगों के सामने गलतियाँ करना और असफल होना ही एकमात्र तरीका है जिससे आप बेहतर हो सकते हैं। और यही मैंने अपने पूरे जीवन में हमेशा किया है।
उन्होंने आगे कहा,
मुझे लोगों से बहुत आलोचना मिली है कि मैंने कैसे दायरे से परे विस्तार करने की कोशिश की है। कभी-कभी लोग महसूस कर सकते हैं, 'वह ऐसा क्यों कर रहा है? क्या वह अति-महत्वाकांक्षी है, क्या वह बहुत अधिक करने की कोशिश कर रहा है?' लेकिन यह सिर्फ मैं हूं, अगर आप इसे मुझसे बाहर निकालने की कोशिश करते हैं तो आपको यह व्यक्ति नहीं मिलेगा। इसलिए मेरे पास बहुत सारी समस्याएं आती हैं। अगर मुझे उपयोग किया जाता है और मुझे जिस अभिव्यक्ति की आवश्यकता होती है, उसे दिया जाता है, तो मुझे लगता है कि मैं खुद को ज्यादा एक्स्प्लोर कर सकता हूँ।
Edited by Prashant Kumar