Ravichandran Ashwin Explains Why he Didn't Play Farewell Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम के फैंस को एक बड़ा झटका तब लगा था, जब दिग्गज रविचंद्रन अश्विन ने गाबा टेस्ट के बाद क्रिकेट से तीनों प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान किया था। किसी को भी भनक नहीं थी कि अश्विन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इस तरह की कोई घोषणा करने वाले हैं। अश्विन की रिटायरमेंट की खबर सुनकर हर कोई हैरान था। दरअसल, फैंस का मानना था कि अगर अश्विन को रिटायरमेंट लेनी ही थी तो उन्हें गाबा टेस्ट में जरूर खेलना चाहिए था। अब अश्विन ने खुलासा करते हुए बताया है कि आखिर उन्होंने फेयरवेल टेस्ट क्यों नहीं खेला था।
फेयरवेल टेस्ट पर अश्विन ने दी अहम प्रतिक्रिया
फेमस स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट विमल कुमार को दिए इंटरव्यू में आर अश्विन ने फेयरवेल टेस्ट के संदर्भ में बातचीत के दौरान बताया, 'आप सोचो कि मैं अगर एक फेयरवेल टेस्ट खेलना चाहता हूं और मैं टेस्ट खेलने के लिए डिजर्व नहीं करता। टीम में मेरी जगह इसलिए बने कि ये मेरा फेयरवेल टेस्ट है, ये मैं कभी चाहता ही नहीं।'
इसी के साथ अश्विन ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे में दम था और मैं और खेल सकता था। लेकिन क्रिकेट में ऐसा होता है, जो चीज हमें चाहिए हमेशा वैसा नहीं होगा। हमें लगता है कि ऐसा हो सकता था, वैसा हो सकता है लेकिन रिटायरमेंट के बाद मेरे दिमाग में एक भी ऐसी चीज नहीं है। इन सभी चीजों से मैंने हमेशा सीख ली है।
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गौरतलब हो कि अश्विन को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सिर्फ एक मैच खेलने को मिला था, जिसमें वह एक विकेट ले पाए थे। अश्विन ने रिटायरमेंट के बाद कहा था कि वह भले ही खेल को अलविदा कह रहे हैं, वो खेल से कभी अलग नहीं होंगे। अश्विन आईपीएल के अलावा अन्य टूर्नामेंट में भी खेलते हुए नजर आएंगे।
रविचंद्रन अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर
रविचंद्रन अश्विन ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 106 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 24 की औसत से 537 रन बनाए। इस दौरान वह 37 बार 5 विकेट हॉल और 8 बार 10 विकेट हॉल लेने में कामयाब रहे। वनडे में अश्विन ने 116 मैचों में 156 विकेट हासिल किए। वहीं, 65 टी20 मैचों में अश्विन 72 विकेट झटकने में कामयाब रहे।