Ravichandran Ashwin Century In Chennai Test : भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने चेन्नई टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया है। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का छठा शतक जड़ दिया। अश्विन काफी मुश्किल समय में बल्लेबाजी करने के लिए आए थे। हालांकि उनके ऊपर बिल्कुल भी दबाव नहीं दिखा और अश्विन ने बांग्लादेश के गेंदबाजों के ऊपर अटैक करके खेला। उनकी यह रणनीति काफी कारगर रही। रविचंद्रन अश्विन ने 108 गेंद पर 10 चौके और 2 छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया और एक नया इतिहास रच दिया। उनकी इस पारी की बदौलत भारतीय टीम काफी मजबूत स्थिति में पहुंच गई है।
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम एक समय काफी दिक्कत में आ गई थी। टीम ने 144 रन तक ही 6 विकेट गंवा दिए थे। विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे बल्लेबाज फ्लॉप होकर पवेलियन लौट चुके थे। फैंस के मन में यह आशंका उठने लगी कि कहीं पाकिस्तान जैसा हाल भारत का ना हो जाए। हालांकि इसके बाद रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने जिस तरह की बल्लेबाजी की, उससे बांग्लादेशी गेंदबाजों को दिन में तारे नजर आने लगे।
रविचंद्रन अश्विन ने लगाया अपने करियर का सबसे तेज टेस्ट शतक
रविंद्र जडेजा और अश्विन ने मिलकर 150 से ज्यादा रनों की साझेदारी की और भारत को आसानी से 300 के पार पहुंचा दिया। अश्विन ने सबसे पहले 58 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया जो उनके टेस्ट करियर का दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है। इसके बाद वो यहीं पर नहीं रुके और अपनी अटैकिंग बल्लेबाजी जारी रखी। इसी वजह से बहुत जल्द ही उन्होंने अपना शतक भी पूरा कर लिया। अश्विन और जडेजा ने अटैकिंग एप्रोच अपनाया और इससे बांग्लादेश के गेंदबाज काफी दबाव में आ गए। खासकर स्पिनर्स के खिलाफ इन दोनों ही खिलाड़ियों ने काफी आक्रामक बैटिंग की।
अश्विन और जडेजा की जबरदस्त बल्लेबाजी के दम पर भारत ने पहले दिन स्टंप्स के समय 6 विकेट के नुकसान पर 339 रन बना लिए हैं। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक अश्विन 102 और रवींद्र जडेजा 117 गेंद पर 86 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।