भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने इंग्लैंड के द हंड्रेड टूर्नामेंट (he Hundred) को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। रविचंद्रन अश्विन ने इस टूर्नामेंट का बचाव किया है और कहा है कि मैदान में जाकर देखे बिना किसी भी टूर्नामेंट की आलोचना नहीं करनी चाहिए।
दरअसल हाल ही में भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने द हंड्रेड टूर्नामेंट की काफी आलोचना की थी। उन्होंने इसे एक नीरस टूर्नामेंट बताया था। सुनील गावस्कर ने कहा,
"मैंने इस टूर्नामेंट को टीवी पर देखा है और एक ही ख्याल दिमाग में आता है और वो है नीरस। क्रिकेट काफी साधारण है और कवरेज भी सही नहीं है। प्लेयर्स को लेकर बेसिक गलतियां हो रही हैं। अगर उप महाद्वीप में किसी ने इस तरह की गलती की होती तो फिर इंग्लैंड के पूर्व प्लेयर उनका काफी मजाक उड़ाते।"
द हंड्रेड टूर्नामेंट को लेकर रविचंद्रन अश्विन का बयान
हालांकि रविचंद्रन अश्विन ने द हंड्रेड टूर्नामेंट का बचाव किया है। अपने यू-ट्यूब चैनल पर उन्होंने इसको लेकर कहा,
जो लोग इस फॉर्मेट को नहीं समझ पाते हैं वो इसकी आलोचना करते हैं। कई लोगों को नई चीजें अच्छी नहीं लगती हैं और वो उसका गलत मतलब निकाल लेते हैं। अगर कोई फिल्म बनाता है तो फिर हमें पहले उसे थिएटर में जाकर देखना चाहिए और उसके बाद ही उसकी आलोचना करनी चाहिए। बिना देखे ही किसी चीज की आलोचना करना सही नहीं है। हमें कोशिश की तारीफ करनी चाहिए। मैंने वुमेंस टीम का एक मुकाबला देखा था जो वाकई में काफी शानदार था। मुझे खुशी होगी अगर वुमेंस आईपीएल का भी आयोजन हो।
आपको बता दें कि इंग्लैंड में द हंड्रेड टूर्नामेंट की शुरूआत हुई है, जिसमें हर पारी 100 गेंद की होती है। प्रत्येक छोर से दस गेंदें फेंकने का नियम है और इसे पांच गेंदों के दो ब्लॉक में बांटा जाता है। एक गेंदबाज लगातार पांच या दस गेंदें फेंक सकता है।
पारी की पहली 25 गेंदों में पावरप्ले शामिल होगा, जिसमें 30-यार्ड सर्कल के बाहर केवल दो क्षेत्ररक्षकों को अनुमति है। इसके बाद किसी भी समय फील्डिंग वाली टीम 2 मिनट का टाइम आउट ले सकती है।