Ashwin was insulted claims Manoj Tiwary: भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद निराशाजनक रहा जहां उन्हें टेस्ट सीरीज में 3-1 से हार झेलनी पड़ी। इस सीरीज के बीच में ही दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने रिटायरमेंट ले लिया था। अश्विन ने संन्यास लेते ही तुरंत भारत लौटने का भी फैसला कर लिया। अब तक अपने संन्यास पर अश्विन ने कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन तमाम लोगों का दावा है कि ड्रेसिंग रूम में सब कुछ सही नहीं होने के कारण अश्विन ने इतनी जल्दबाजी में यह निर्णय लिया है। अब पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी ने भी भारतीय टीम मैनेजमेंट पर निशाना साधा है। तिवारी का कहना है कि लगातार हो रही बेइज्जती के कारण ही अश्विन ने यह निर्णय लिया है।
तिवारी का मानना है कि अश्विन की टीम में बेइज्जती की गई और उनके संन्यास लेने के पूरे मामले को अच्छी तरह से हैंडल भी नहीं किया गया।
उन्होंने पीटीआई से कहा, "मुझे लगता है कि अश्विन को बेइज्जत किया गया। वाशिंगटन सुंदर और तनुष कोटियान अच्छे स्पिनर्स हैं, लेकिन जब आपके पास अश्विन जैसा दिग्गज है तो घरेलू सीरीज में सुंदर को लाने की क्या जरूरत थी। जडेजा और कुलदीप के भी रहते हुए सुंदर को अश्विन से अधिक गेंदबाजी क्यों कराई गई। क्या ये अश्विन की बेइज्जती नहीं है? इतने सारे मैच जिताने के बाद क्या वह इस तरह से खेल पाते? एक दिन निश्चित तौर पर वह सामने आएंगे और अपने अनुभव को साझा करेंगे।"
भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने खेले 106 टेस्ट
38 साल के अश्विन ने भारत के लिए 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट हासिल किए। उनकी फिटनेस को देखते हुए अभी वह अगला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र भी आराम से खेल सकते थे। रिटायरमेंट लेने के कुछ दिन बाद ही अश्विन फिर से नेट्स पर लौट आए हैं और वह अभ्यास कर रहे हैं। अश्विन जिस तरह के व्यक्ति हैं उसे देखते हुए यदि वह तमिलनाडु के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने उतर जाएं तो यह चौंकाने वाली बात नहीं होगी।
टेस्ट में भारत के लिए दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले अश्विन ने बल्ले से भी 3503 रन बनाए हैं जिसमें छह शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं।