Birthday boy Ravindra Jadeja life journey: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा आज (6 दिसंबर) को अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। रवींद्र जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 को हुआ था। जडेजा बेहतरीन गेंदबाज होने के साथ-साथ शानदार बल्लेबाज और फील्डर भी हैं। जडेजा कई साल से टीम इंडिया के अहम सदस्य बने हुए हैं। क्रिकेट की दुनिया में रविंद्र जडेजा को प्यार से ‘सर जडेजा’ भी कहकर बुलाते हैं। जडेजा ने क्रिकेट करियर में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किए हैं और आज भी अपना योगदान टीम इंडिया के लिए दे रहे हैं। रविंद्र जडेजा ऑस्ट्रेलिया में चल बॉर्डर- गावस्कर ट्राफी का हिस्सा भी हैं।
जडेजा गुजरात के शाही परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। वहीं रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा गुजरात के जामनगर नॉर्थ से भाजपा की विधायक हैं। 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा से टिकट मिला था। जन्मदिन के खास मौके पर इस आर्टिकल में हम आपको रवींद्र जडेजा की जिंदगी के उस अहम किस्से के बारे में बताएंगे जब उन्होंने क्रिकेट तक छोड़ने का मन बना लिया था। लेकिन परिवार के सहयोग की वजह जडेजा ने क्रिकेट के मैदान पर वापसी की और अपना सपना पूरा किया।
मां की मौत से टूट गए थे रविंद्र जडेजा
2005 में रविंद्र जडेजा की मां लता जडेजा का निधन हो गया था। तब रविंद्र जडेजा केवल 17 वर्ष के थे और भारतीय अंडर-19 टीम का हिस्सा बने थे। एक हादसे में जडेजा की मां की मृत्यु हो गई थी, जिसके गम में पूरा परिवार बिखर गया था। मां की मौत से जडेजा बहुत ज्यादा टूट गए थे। यहां तक कि वो कहीं जाने से भी कतराते थे। इस भयानक हादसे के बाद उन्होंने क्रिकेट से दूर होने का भी मन बना लिया था।
हालांकि, परिवार ने रवींद्र जडेजा को क्रिकेट खेलने पर जोर देने को कहा। परिवार और अपने सपने को पूरा करने के लिए जडेजा ने खुद को संभाल और फिर से क्रिकेट की तरफ बढ़े। उस दौर में जडेजा की बहनों ने उनका खूब साथ दिया था। जडेजा अपने परिवार में सबसे ज्यादा अपनी मां के करीब थे। वह अपने करियर का योगदान भी अपनी मां को देते हैं। जडेजा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, जिसके चलते आज इतने सफल हो पाए हैं।