Ravindra Jadeja on R Ashwin retirement: भारतीय क्रिकेट टीम में कुछ ही दिन पहले एक बड़े अध्याय का अंत हुआ। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के खत्म होते ही दिग्गज गेंदबाज आर अश्विन ने हर किसी को हैरान करने हुए इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
अश्विन ने अचानक ही संन्यास का फैसला कर हम सभी को चौंका दिया तो साथ ही उनकी टीम के साथी खिलाड़ियों को भी भनक तक नहीं लगने दी। जहां पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से गेंदबाजी में साथ दे रहे रवींद्र जडेजा को भी इसका अहसास नहीं हुआ कि अश्विन संन्यास लेने वाले हैं। इसका खुलासा खुद इस स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी ने किया और कहा कि उन्होंने पूरा दिन साथ में बिताया लेकिन उन्हें किसी तरह से संन्यास का संकेत नहीं मिला।
अश्विन ने नहीं दिया संन्यास का संकेत - रवींद्र जडेजा
शनिवार को रिपोर्टर्स से बात करते हुए रवींद्र जडेजा ने अश्विन ने संन्यास को लेकर कहा,
"मुझे आखिरी समय में संन्यास के बारे में पता चला। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पांच मिनट पहले। यह चौंकाने वाला था। हमने पूरा दिन साथ बिताया, और उसने मुझे इसका संकेत भी नहीं दिया। हम सभी जानते हैं कि अश्विन का दिमाग कैसे काम करता है। हम इतने सालों से गेंदबाजी के साथी रहे हैं। हम एक-दूसरे के पूरक रहे हैं। हम बल्लेबाजों के खिलाफ योजना बनाते थे। मुझे बहुत सी चीजें याद आएंगी।"
अश्विन के संन्यास को जडेजा ने बताया युवाओं के लिए मौका
टीम इंडिया में इस दिग्गज खिलाड़ी के संन्यास के बाद आगे उनकी विरासत को आगे कौन ले जाएगा। ये अभी सबसे बड़ा सवाल है। लेकिन जडेजा ने अश्विन के रिटायरमेंट को भारत के युवा खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा मौका करार दिया है। उन्होंने आगे कहा,
"भारत में हमेशा अच्छी प्रतिभाएं होती हैं और ऐसा नहीं है कि कोई भी अपूरणीय है। हमें आगे बढ़ना होगा। किसी भी युवा के लिए यह अवसर भुनाने का सुनहरा मौका है।"
इसके बाद जडेजा से ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में उनकी शानदार पारी को लेकर सवाल किया गया। जवाब में उन्होंने कहा,
"जब टीम मुश्किल स्थिति में हो, तब स्कोर करना आपको आत्मविश्वास देता है। मानसिकता भी वैसी ही होगी। आपको मैच की स्थिति के अनुसार खेलना होगा और मैं टीम की भूमिका के अनुसार खेलूंगा।"