भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने जब 2011 का वर्ल्ड कप अपने नाम किया था, तो उसमें युवराज सिंह का काफी बड़ा योगदान था। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया था और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे। 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य कृष्णमाचारी श्रीकांत का मानना है कि इस बार के वर्ल्ड कप में ये रोल रविंद्र जडेजा निभा सकते हैं। श्रीकांत के मुताबिक जडेजा का रोल काफी अहम रहने वाला है।
क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए शेड्यूल का ऐलान हो गया है। भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले से करेगी। भारतीय क्रिकेट टीम 9 अलग-अलग शहरों में अपने ग्रुप स्टेज के मुकाबले खेलेगी। पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में, दूसरा मुकाबला अफगानिस्तान के खिलाफ दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जायेगा, तो तीसरा मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित होगा। इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ पुणे के मैदान पर टीम इंडिया की भिड़ंत 19 अक्टूबर को होगी, तो 5वां मुकाबला 22 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला के खूबसूरत मैदान पर होगा।
जडेजा और अक्षर पटेल जैसे ऑलराउंडर्स की भूमिका अहम होगी - क्रिस श्रीकांत
क्रिस श्रीकांत के मुताबिक वर्ल्ड कप के जीतने के लिए ऑलराउंडर्स को बेहतर करना होगा। उन्होंने इंडिया टुडे पर बातचीत के दौरान कहा,
भारतीय कंडीशंस में कुछ विकेट्स काफी टर्न करेंगे। ऑस्ट्रेलिया की तरह ये बाउंसी या फिर इंग्लैंड की तरह गेंद ज्यादा मूव नहीं करेगी। भारतीय टीम अपने होम कंडीशंस की आदी है और टीम के लिए ये सबसे बड़ा एडवांटेज है। 2011 के वर्ल्ड कप में ऑलराउंडर्स ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी। हमारी टीम काफी अच्छी थी और एम एस धोनी ने भी काफी बेहतरीन तरीके से टीम का नेतृत्व किया था। उस समय हमारे पास युवराज सिंह थे। मेरा ये मानना है कि रविंद्र जडेजा वही काम करेंगे जो 2011 में युवराज सिंह ने किया था। मेरे हिसाब से जडेजा और अक्षर पटेल जैसे ऑलराउंडर्स की भूमिका अहम होगी। अगर भारत को वर्ल्ड कप जीतना है तो इन्हें परफॉर्म करना होगा।