Why retaining Mohammed Siraj for IPL 2025 might not be a good move: आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन की तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है लेकिन रिटेंशन नियमों की घोषणा हो चुकी है। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने कुछ दिन पहले ही सभी नियम स्पष्ट कर दिए और अब फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों को रिटेन करने की माथापच्ची में जुट गई हैं। इस बार अधिकतम 6 खिलाड़ियों को रिटेन किया जा सकता है, जिसमें अधिकतम 5 कैप्ड और अधिकतम 2 अनकैप्ड खिलाड़ी हो सकते हैं। इस बार अगर कोई टीम 5 कैप्ड खिलाड़ी रिटेन करती है तो उसे 120 करोड़ रूपए की पर्स वैल्यू से 75 करोड़ रूपए खर्च करने होंगे। इसी वजह से फ्रेंचाइजी के लिए फैसला लेना आसान नहीं होने वाला है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु भी अपने कुछ खिलाड़ियों को रिटेन करना चाहेगी, जिसमें संभावित नामों में विराट कोहली के साथ-साथ मोहम्मद सिराज की भी चर्चा है।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पिछले कई सीजन से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा रहे हैं लेकिन उनका प्रदर्शन कभी निरंतर नहीं देखने को मिला है। सिराज का सर्वश्रेष्ठ सीजन 2023 में रहा था, जब उन्होंने 19 विकेट झटके थे। हालांकि, आईपीएल 2024 में वह उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसके बावजूद कई जानकार और फैंस चाहते हैं कि आरसीबी सिराज को रिटेन करे लेकिन यह टीम के लिए एक घाटे का सौदा साबित हो सकता है। इसका बड़ा कारण हम आपको बताते हैं।
मोहम्मद सिराज का फॉर्म सबसे बड़ी चिंता
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहमाद सिराज पिछले कुछ समय से लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं और तीनों ही फॉर्मेट में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। हालांकि, सिराज इस साल आईपीएल के साथ-साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। वहीं अगर सबसे छोटे फॉर्मेट में भारत के लिए मौजूदा साल में उनके प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्होंने 6 मैच में सिर्फ 2 विकेट लिए हैं। श्रीलंका दौरे पर सिराज को सिर्फ 1 विकेट मिला था।
ऐसे में अगर सिराज को रिटेन किया जाता है तो इसके लिए आरसीबी को कम से कम 11 करोड़ रूपए खर्च करने होंगे, जो उनकी खराब फॉर्म को देखते हुए एक महंगा सौदा साबित हो सकता है। इस वजह से बेंगलुरु की फ्रेंचाइजी अगर सिराज को अपने साथ बनाए रखना चाहती है तो उसे रिटेन के बजाय आरटीएम का विकल्प चुनना चाहिए।