अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार अनोखे नियमों के कारण असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसी ही एक घटना भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में खेले जा रहे दूसरे वनडे मैच के दौरान देखने को मिली। ऋषभ पन्त के बल्ले का किनारा लेकर गेंद सीमा रेखा से बाहर चली गई लेकिन इंग्लैंड ने पगबाधा आउट की अपील की जिस पर अम्पायर ने पन्त को आउट दे दिया। इसके बाद रिव्यू से निर्णय तो बदल दिया गया लेकिन चौका नहीं मिला।
भारतीय पारी के चालीसवें ओवर की अंतिम गेंद पर ऋषभ पन्त ने रिवर्स स्कूप लगाने का प्रयास किया लेकिन गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर पैरों के बीच से फाइन लेग सीमा रेखा से बाहर चली गई। इंग्लिश टीम को ऐसा लगा कि गेंद पैड से लगी है और अपील पर अम्पायर ने ऊँगली खड़ी करते हुए आउट दे दिया। पन्त को पता था कि बल्ले का किनारा लगा है इसलिए उन्होंने रिव्यू लिया और उसमें उन्हें नॉट आउट दिया गया लेकिन चौका खाते में नहीं जुड़ा।
ऋषभ पन्त के खाते में क्यों नहीं आया चौका
नियमों के अनुसार अगर अम्पायर ने आउट दे दिया है तो उस गेंद पर रन नहीं माना जाता। पन्त के मामले में भी यही हुआ था। अम्पायर ने आउट दिया लेकिन रिव्यू के बाद निर्णय बदला गया। ऐसे में ऋषभ पन्त के खाते में वह चौका नहीं जड़ा। पहले भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह की चीजें होती रही हैं।
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में टॉस हारने के बाद 6 विकेट के नुकसान पर 336 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इस दौरान ऋषभ पन्त के बल्ले से 40 गेंद पर 77 रन आए और उन्होंने 7 छक्के जमाए। केएल राहुल ने शतकीय पारी खेली और हार्दिक पांड्या ने 16 गेंद पर 35 रन की पारी खेली।