भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत के टेस्ट करियर की शुरुआत शानदार रही थी और ऐसे कई कारनामे किए, जो अभी तक कोई दूसरा विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं कर पाया है। अब पंत ने टेस्ट क्रिकेट को अपना पसंदीदा फॉर्मेट बताया और कहा कि उन्हें टीम के सीनियर प्लेयर्स से काफी समर्थन मिलता है।
दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान बात करते हुए ऋषभ पंत ने कहा,
"मुझे टेस्ट खेलना काफी पसंद है, आप इसमें खुद को ज्यादा टाइम दे सकते हैं। आप खुद को ज्यादातर टेस्ट मैचों में ही टेस्ट कर सकते हैं। मैं जब 4 दिवसीय फर्स्ट क्लास मुकाबले खेल रहा था, तो मुझे लगा यह ही रियल टेस्ट हैं। हालांकि जब मैंने 5 दिवसीय क्रिकेट खेलनी शुरू की, तो मुझे पता लगा कि आपको ज्यादा एफर्ट डालना होता है।"
ऋषभ पंत के टेस्ट करियर की शुरुआत शानदार तरीके से हुई थी और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला स्कोरिंग शॉट छक्का ही लगाया था। इसके बाद वो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाले इकलौते भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो 90+ पारियां भी खेली है।
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हालांकि मौजूदा समय में उनकी फॉर्म पर काफी सवाल खड़े हुए हैं और वो वनडे और टी20 टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह केएल राहुल कीपिंग करते हुए नजर आते हैं। विदेशों में होने वाले टेस्ट मैचों में अभी भी टीम उन्हीं के ऊपर विश्वास दिखा रही है।
ऋषभ पंत ने यह भी बताया कि उन्हें सीनियर प्लेयर्स से काफी समर्थन मिलता है और महेंद्र सिंह धोनी उनके मेंटर की तरह हैं। उन्होंने कहा,
"मेरे सबसे पसंदीदा बैटिंग पार्टनर माही भाई है, हमें साथ खेलने का कम मौका मिला है। हालांकि जब वो साथ होते हैं, तो चीजें आसान हो जाती हैं। विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ खेलने का अनुभव ही अलग है और काफी कुछ सीखने को मिलता है। माही भाई एक मेंटर की तरह है, वो मेरी काफी मदद करते हैं। वो इस बात का ध्यान रखते हैं कि मैं उनके ऊपर ज्यादा निर्भर नहीं हो जाऊं, लेकिन वो मदद से पीछे नहीं हटते। सुरेश रैना, युवराज सिंह, सुरेश रैना, विराट कोहली मेरी काफी मदद करते हैं।'