3 Indian cricket legends who came from poor background: भारत में अन्य खेलों के बजाय सबसे ज्यादा क्रिकेट को पसंद किया जाता है। क्रिकेट की बदौलत क्रिकेटर्स ने दौलत-शोहरत दोनों चीजे बखूबी कमाई हैं। यहां तक पहुंचने के लिए क्रिकेटर्स ने कड़ी मेहनत की है। आज इस आर्टिकल में आपको ऐसे 3 क्रिकेटर्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए खूब संघर्ष किया है।
3. वीरेंद्र सहवाग
भारतीय टीम के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग का अपना ही खेलने का अंदाज था और उनकी कमी को अभी तक कोई पूरा नहीं कर पाया है। सहवाग ने क्रिकेट के खेल से सफलता की ऊंचाई तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की। हालांकि सहवाग ने यहां तक आने के लिए बहुत संघर्ष किया है। सहवाग के पिता एक गेहूं व्यापारी थे और वह 50 लोगों के सामूहिक परिवार में रहते थे। 50 लोगों के रहने के लिए एक ही घर था। इतना बड़ा परिवार होने की वजह से सहवाग को बचपन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। वह अपनी प्रैक्टिस के लिए प्रतिदिन 84 किमी का सफर तय करके जाते थे। हालांकि अब वह एक आलिशान जिंदगी जीते हैं।
2. भारतीय टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा
रोहित शर्मा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लेकिन शायद ही आपको पता हो कि रोहित का बचपन मुश्किलों से घिरा रहा है। उनका पालन-पोषण, उनके दादा-दादी और चाचा-चाची ने किया था। रोहित शर्मा के पिता एक ट्रांसपोर्ट फर्म के गोदाम में काम करते थे। उनकी आय कम थी, जिसके कारण परिवार का खर्च चलाना मुश्किल था। रोहित के माता-पिता डोंबिवली में एक कमरे के घर में रहते थे।
रोहित ने साल 1999 में अपने चाचा की आय से एक क्रिकेट कैंप में खेलना शुरू किया था। रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड ने उनका स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल में दाखिला कराया था। उनके चाचा स्कूल की फीस नहीं भर पाते थे, इसलिए दिनेश लाड ने स्कूल से फीस माफ कराने की गुजारिश की थी।
1. विनोद कांबली
पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली का बचपन भी बेहद गरीबी में गुजरा। एक वक्त था जब वो मुंबई के एक चॉल में रहते थे। कांबली के घर की आर्थिक स्थिति भी सही नहीं थी। कांबली ने अपने क्रिकेट करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की। लेकिन एक बार फिर वह अर्श से फर्श पर आ गए हैं और इन दिनों खराब स्थिति से गुजर रहे हैं।