दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय टीम की आखिरी चुनौती 26 दिसंबर से शुरू होने वाली 2 टेस्ट मैचों की सीरीज (SA vs IND) होगी। इस सीरीज में प्रमुख खिलाड़ियों की वापसी होगी, जिसमें विराट कोहली (Virat Kohli) का नाम भी शामिल रहेगा। विराट ने सफ़ेद गेंद के मैचों में हिस्सा नहीं लिया था लेकिन लाल गेंद के मुकाबलों में नजर आएंगे। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में अभी तक एक बार भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है और आगामी मुकाबलों में उसके पास अच्छा करते हुए इतिहास रचने का मौका होगा। इस काम में उनके लिए विराट की भूमिका काफी अहम रहने वाली है, जिनका दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर काफी अच्छा टेस्ट रिकॉर्ड है।
विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में खेले 7 मुकाबलों में 51.36 की औसत से 719 रन बनाये हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 3 अर्धशतक भी निकले। उनके शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए, एक बार फिर से उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
हालाँकि, सीरीज की शुरुआत से पूर्व दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी फैनी डीविलियर्स ने अपनी टीम को विराट कोहली को आउट करने का तरीका बताया है।
पीटीआई से बात करते हुए, डीविलियर्स ने कहा कि कोहली के बल्ले का किनारा तभी गेंद को लग सकता है, जब कोई चौथे स्टंप की लाइन में लगातार गेंदबाजी करें, और उम्मीद करे कि पिच से कुछ हलचल होगी जिससे विराट को समस्या होगी। उन्होंने कहा,
विराट कोहली जैसे बल्लेबाज को आउट करने का एकमात्र तरीका चौथे स्टंप चैनल पर गेंदबाजी करना और इंतजार का खेल खेलना है। और उस एक डिलीवरी का इंतजार करें जो थोड़ी दूर जाए। आप एक अच्छे खिलाड़ी पर सीधा अटैक नहीं कर सकते।
डीविलियर्स ने आगे सचिन तेंदुलकर का उदाहरण दिया और कहा,
तेंदुलकर के मामले की तरह, हमेशा एलबीडबल्यू (आने वाली डिलीवरी) का इंतजार करना मूर्खतापूर्ण था। क्योंकि वो आपको मिड-विकेट से मारेंगे। इसलिए उन गेंदों को ऑफ-स्टंप के बाहर (विराट को) फेंकें और एक के या तो बाहर जाने या अंदर आने का इंतजार करें।