5 जनवरी को बीसीसीआई (BCCI) ने अफगानिस्तान के खिलाफ आगामी तीन T20I मैचों की सीरीज (IND vs AFG) के लिए भारतीय स्क्वाड का ऐलान किया। उससे पहले सब के मन में एक ही सवाल था कि क्या रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) की सबसे छोटे फॉर्मेट की टीम में वापसी होगी या नहीं, जिसका जवाब स्क्वाड के आते ही मिल गया और इन दोनों को उसमें जगह मिली। इनकी वापसी को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी और चयनकर्ता रह चुके सबा करीम ने भी प्रतिकिया दी है, जिनको लगता है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली की T20I में वापसी का मतलब है कि ये दोनों T20 वर्ल्ड कप स्क्वाड का भी हिस्सा होंगे।
रोहित शर्मा और विराट कोहली लगभग 14 महीने बाद भारत के लिए T20I फॉर्मेट खेलते नजर आएंगे। रोहित को सीरीज के लिए कप्तान भी घोषित किया गया है। इससे पहले ये दोनों अनुभवी बल्लेबाज 2022 में खेले गए T20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के लिए सबसे छोटे फॉर्मेट में खेलते नजर आये थे। उसके बाद से युवा खिलाड़ियों को मौका मिला और कप्तानी की जिम्मेदारी ज्यादातर हार्दिक पांड्या पर रही, जो चोटिल होकर मैदान से दूर हैं। उनकी गौरमौजूदगी में सूर्यकुमार यादव ने भी कमान संभाली लेकिन वह भी चोट के कारण अफगानिस्तान सीरीज का हिस्सा नहीं हैं।
सबा करीम ने कहा कि हार्दिक पांड्या की चोट की चिंता ने रोहित के लिए T20I टीम की कप्तानी करने का मार्ग तैयार किया। उन्होंने कहा कि रोहित और विराट का चयन दर्शाता है कि खेल के सबसे छोटे प्रारूप में 2023 में युवाओं को आजमाने के बाद चयनकर्ताओं की सोच में बदलाव आया है। स्पोर्ट्स18 से बात करते हुए सबा ने कहा,
अब कोई संदेह नहीं है। अब जब आपने अफगानिस्तान के खिलाफ इन दोनों खिलाड़ियों को शामिल किया है, तो इसका मतलब है कि चयनकर्ताओं की सोच में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है और उन्हें लगता है कि वर्ल्ड कप के लिए अनुभव की जरूरत है। यही कारण है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने वापसी की है। एक और बात यह है कि अब तक चयनकर्ताओं ने कप्तान के तौर पर हार्दिक पांड्या पर भरोसा दिखाया था, लेकिन हार्दिक पांड्या की चोट की वजह से सवाल उठ रहे हैं। यही कारण है कि चयनकर्ताओं ने कप्तान और बल्लेबाज दोनों के रूप में स्थिरता लाने के लिए रोहित शर्मा को वापस मौका दिया है।