Virat Kohli and Rohit Sharma 3 future replacements: विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज बल्लेबाज हैं। हालांकि, पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में दोनों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके इन दोनों दिग्गजों की खूब आलोचना हो रही है। इन्हें अब टीम से निकाले जाने की मांग हो रही है, जो अभी होना थोड़ा मुश्किल है।
हालांकि, उम्र के इस पड़ाव पर अब दोनों के लिए बहुत अधिक मैच बचे नहीं दिखते हैं। यदि दोनों टेस्ट टीम से बाहर हुए तो उनकी जगह कौन लेगा, इसकी चर्चा खूब होती है। इसी कड़ी में नजर डालते हैं उन तीन बल्लेबाजों पर जो टेस्ट में इन दो दिग्गजों की जगह ले सकते हैं।
#3 अभिमन्यु ईश्वरन
29 साल के ईश्वरन लंबे समय से अपने मौके का इंतजार कर रहे हैं। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में लगभग 50 की औसत से 7,500 से अधिक रन बना चुके ईश्वरन के आंकड़े बहुत प्रभावी हैं। ईश्वरन को ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल भी किया गया है। ईश्वरन सलामी बल्लेबाज भी हैं इसलिए वह रोहित का सटीक विकल्प हो सकते हैं। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में बेहद शानदार बल्लेबाजी करने वाले ईश्वरन लंबे समय तक भारतीय टीम को अपनी सेवाएं दे सकते हैं।
#2 देवदत्त पडिक्कल
कर्नाटक के बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल के खेलने का अंदाज काफी हद तक कोहली से मिलता है। पडिक्कल की कवर ड्राइव और बैकफुट पंच देखने का आनंद ही अलग होता है। 24 साल के पडिक्कल का फर्स्ट-क्लास में औसत 40 से अधिक का है। तकनीकी रूप से वह काफी सक्षम बल्लेबाज हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में भारत ए के लिए उन्होंने 88 रनों की एक शानदार पारी भी खेली है। पडिक्कल स्पिन और तेज गेंदबाजी दोनों को काफी अच्छे से खेल लेते हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इसी साल डेब्यू में टेस्ट में अपनी इकलौती पारी में अर्धशतक भी जड़ा था।
#1 साई सुदर्शन
फिलहाल जो बल्लेबाज भारतीय टीम में जगह बनाने का सबसे बड़ा दावेदार है वो तमिलनाडु के साई सुदर्शन हैं। 23 साल के सुदर्शन का डंका पूरे घरेलू क्रिकेट में बज रहा है। हाल ही में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। अब ऑस्ट्रेलिया में ए टीम के लिए उन्होंने शतक जड़ा है। इससे पहले इंग्लैंड में काउंटी खेलते हुए भी वह शतक लगा चुके हैं। सुदर्शन भी तकनीकी रूप से काफी सक्षम बल्लेबाज हैं और वह लंबी पारी खेलने का धैर्य रखते हैं। केवल फर्स्ट-क्लास ही नहीं बल्कि वह तीनों ही फॉर्मेट में कमाल के बल्लेबाज हैं।