80 और 90 के दशक में भारतीय टीम की तरफ से खेल चुके सलिल अंकोला को मुंबई टीम का चीफ सेलेक्टर बनाया गया है। सलिल अंकोला ने 20 वनडे और 1 एक टेस्ट मुकाबला उस दौरान खेला था और आगामी डोमेस्टिक सीजन के लिए उन्हें चयनकर्ता पद की जिम्मेदारी दी गई है।
सलिल अंकोला की चयन समिति में और भी कई सदस्य हैं। संजय पाटिल, रविंद्र ठाकेर, जुल्फिकार पारकर और रवि कुलकर्णी भी इस चयन समिति का हिस्सा हैं। सैय्यद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट का आगाज 10 जनवरी से होगा और उससे पहले इस चयन समिति का ऐलान किया गया है। वहीं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने प्रेस रिलीज में कहा है कि कोच का ऐलान जल्द ही किया जाएगा।
मुंबई के अन्य तेज गेंदबाजों की तरह सलिल अंकोला भी बीसीए-मफतलाल फास्ट बॉलिंग स्कीम का हिस्सा थे। वहां पर उनकी कोचिंग इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज फ्रैंक टाइसन ने की थी। सलिल अंकोला ने अपना एकमात्र टेस्ट मैच 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में खेला था और संयोगवश ये महान सचिन तेंदुलकर का डेब्यू टेस्ट मैच भी था।
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सलिल अंकोला ने अपने करियर में 2 टेस्ट और 13 वनडे विकेट लिए थे
सलिल अंकोला ने अपने करियर में 2 टेस्ट विकेट चटकाए और 13 वनडे विकेट भी लिए। इसके अलावा 54 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 181 विकेट लिए। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 47/6 रहा। महज 28 साल की उम्र में ही बॉलीवुड में करियर बनाने की इच्छा से उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया था। उसके बाद वो कई टीवी सीरियल्स और फिल्मों में नजर आए।
इस सेलेक्शन कमेटी का चयन एमसीए क्रिकेट की इम्प्रूवमेंट कमेटी द्वारा किया गया है, जिसके अध्यक्ष लालचंद राजपूत हैं। उन्होंने सलिल अंकोला को लेकर कहा,
अंकोला एक पूर्व भारतीय खिलाड़ी हैं जो गेम को वापस कुछ देना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने इस जॉब के लिए अप्लाई किया। हमारी टीम ने उन्हें इसलिए चीफ सेलेक्टर बनाया क्योंकि जितने भी लोगों ने आवेदन किया था उन सबमें वो एकमात्र पूर्व टेस्ट क्रिकेटर थे।
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