श्रीलंका क्रिकेट टीम (Sri Lanka Cricket Team) के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या (Sanath Jaysuriya) ने वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले अपने देश के पहले खिलाड़ी बनने के लिए सलामी बल्लेबाज पैथुम निसांका (210*) की जमकर तारीफ की। जयसूर्या ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैंने इसे स्टेडियम में बैठकर लाइव देखा। निसांका ने अपनी इस पारी से वनडे में लंका के लिए सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले जयसूर्या का 24 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया।
दरअसल, श्रीलंका के लिए वनडे फॉर्मेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाने का रिकॉर्ड इससे पहले बाएं हाथ के पूर्व क्रिकेटर जयसूर्या के नाम दर्ज था। उन्होंने साल 2000 में शारजाह में खेले गए मैच में भारत के विरुद्ध 189 रन बनाये थे। जयसूर्या ने अपना रिकॉर्ड टूटने पर दाएं हाथ के बल्लेबाज निसांका की प्रशंसा की।
54 वर्षीय जयसूर्या ने निसांका की तारीफ करते हुए कहा,
मैं पैथुम के लिए खुश हूं और खुशी है कि मैं 24 साल बाद अपना रिकॉर्ड टूटते हुए देख सका। वह पहली गेंद से ही सकारात्मक थे और गेंदबाजी पर हावी रहे। उन्होंने सोच-समझकर जोखिम उठाया। मैं यही देखना चाहता हूं निडर क्रिकेट। श्रीलंकाई ब्रांड की आक्रामक क्रिकेट खेलें।
गौरतलब है कि निसांका ने अपनी इस पारी में 139 गेंदों का सामना करते हुए 210* रन बनाये, जिसमें उन्होंने 20 चौके और 8 छक्के लगाए। उनकी इस पारी की बदौलत श्रीलंका ने मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 3 विकेट खोकर 381 रन बनाये थे।
जवाबी पारी में अफगानिस्तान की ओर से भी बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन देखने को मिला। अज्मतुल्लाह ओमरज़ई (149*) और मोहम्मद नबी (136) ने शतकीय पारियां खेलते हुए जीत की उम्मीदों को काफी हद तक कायम रखा था। हालाँकि, नबी के आउट होने के बाद श्रीलंका ने मैच में वापसी की और अफगान टीम पूरे ओवर खेलने के बाद छह विकेट खोकर 339 रन ही बना पाई।