पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का मानना है कि टॉप ऑर्डर में केएल राहुल (KL Rahul) की गैरमौजूगी से एक बड़ा गैप आ गया है। उन्होंने कहा कि इंग्लिश परिस्थितियों में बल्लेबाजी मुश्किल होगी क्योंकि भारत ने लम्बे समय से यहाँ पर बल्लेबाजी नहीं की है।
केएल राहुल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले ग्रोइन इंजरी का शिकार हो गए थे। इसी वजह से उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए नहीं चुना गया है और वह अपने इलाज के लिए जर्मनी भी जायेंगे। राहुल की कमी भारतीय टीम को महसूस हो सकती है क्योंकि पिछले साल उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर खेली गई टेस्ट सीरीज में शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन किया था और वह भारत के लिए दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज थे। उन्होंने चार मैचों में 39.38 की औसत से 315 रन बनाये थे, जिसमें एक शतक भी शामिल था।
सोनी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित एक वर्चुअल इंटरेक्शन में बोलते हुए, मांजरेकर को लगता है कि राहुल और रोहित शर्मा का टॉप पर प्रदर्शन पिछले साल भारत की कामयाबी में अहम था। हालांकि, उनका मानना है कि हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाज यह गैप भर सकते हैं। उन्होंने कहा,
यह टॉप पर केएल राहुल और रोहित शर्मा का उल्लेखनीय प्रयास था, जिसने भारत को गेंदबाजी को मैच से बाहर करने और उस स्कोर को 2-1 से प्राप्त करने के लिए पर्याप्त स्कोर बनाते हुए देखा। इस बार राहुल के बाहर होने से भारत के लिए यह एक बड़ा झटका है। लेकिन श्रेयस अय्यर के चयन में उम्मीद है, अगर उन्हें एक मैच मिलता है, और उम्मीद है कि हनुमा विहारी भी आ जाएंगे; चेतेश्वर पुजारा वापसी कर रहे हैं। भारत के पास कमी को भरने के लिए पर्याप्त विकल्प हैं।
बल्लेबाजी हमेशा चर्चा का विषय रहेगी - संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर का मानना है कि भारतीय टीम किसी भी कम्पोजीशन से जाए लेकिन बल्लेबाजी जरूर चर्चा का विषय रहेगी और मध्यक्रम की फॉर्म चिंता का विषय है। उन्होंने कहा,
जो भी टीम कम्पोजीशन की योजना बनाई गई है, वे हमेशा बल्लेबाजी के मुद्दों को हल करने की तलाश में रहेंगे; और केएल राहुल के ना होने से भारत के लिए एक बड़ा झटका, यदि आप टॉप पांच या छह को देखते हैं, तो आप बल्लेबाजी के बारे में चिंतित हैं, क्योंकि आपके पास ऐसी स्थिति नहीं है जहां आपके पास नंबर तीन, चार, पांच सभी शानदार फॉर्म में हों।
आपको बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट मैच एजबेस्टन में 1 से 5 जुलाई से खेला जायेगा। भारतीय टीम पिछले साल खेले गए चार मैचों के आधार पर सीरीज में 2-1 से आगे है।