Sanjay Manjrekar on Team India's Poor Performance: आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पिछले लगातार 2 एडिशन से फाइनल का सफर तय करने वाली टीम इंडिया इस बार चूक गई। भारतीय क्रिकेट टीम को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 की करारी हार झेलनी पड़ी। तो वहीं इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भी घरेलू सरजमीं पर 0-3 से वाइटवॉश का सामना करना पड़ा था।
टीम इंडिया के आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की रेस से बाहर होने के पीछे यही दो सीरीज सबसे बड़ी जिम्मेदार बनी। टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा, जहां उन्होंने पूरी तरह से शर्मनाक प्रदर्शन किया। टीम के प्रदर्शन में अचानक आयी गिरावट को लेकर पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने बड़ा बयान देते हुए इसके पीछे टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ियों की हीरो की पूजा को जिम्मेदार बताया है।
संजय मांजरेकर ने कहा - 11-12 साल में टीम के प्रदर्शन में आती है गिरावट
हिंदुस्तान टाइम्स के अपने कॉलम में संजय मांजरेकर ने लिखा कि,
“यह एक ऐसी घटना है जो भारतीय क्रिकेट में हर 11-12 साल में होती है, जब टेस्ट टीम का प्रदर्शन नीचे गिरता है। भारत 2011-12 में इंग्लैंड से 0-4 और ऑस्ट्रेलिया से 0-4 से हारा था। बारह साल बाद वे अपने घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड से 0-3 से हार गए, और अब, वे ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से हार गए हैं। अगर ब्रिसबेन में बारिश नहीं होती तो ऑस्ट्रेलिया द्वारा पहली पारी में लगभग 200 रन की बढ़त लेने के बाद स्कोर संभवतः 1-4 होता।"
भारत के इस प्रदर्शन के पीछे हीरो पूजा- संजय मांजरेकर
इस दिग्गज कमेंटेटर ने आगे लिखा कि,
"यह 'पीढ़ीगत मंदी' सभी टीमों के लिए अपरिहार्य है। इसे हम ट्रांजिशन स्टेज के रूप में जानते हैं, और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से, मेरा मानना है कि इसका सबसे ज्यादा असर भारत पर पड़ता है। इसके पीछे एक सबसे बड़ा कारण भारत में मौजूद आइकन कल्चर और कुछ खिलाड़ियों की हीरो पूजा है। चाहे 2011-12 हो या अब, यह वही परिदृश्य है जो खेला जाता है - प्रतिष्ठित खिलाड़ी अपने पूरे करियर के विपरीत काम करते हुए प्रमुखता से दिखाई देते हैं, जिससे उनके खराब प्रदर्शन से टीम नीचे गिर जाती है।"