Sanju Samson Role in Harshit Rana concussion substitute: भारतीय टीम ने शुक्रवार की रात इंग्लैंड को पुणे में चौथे टी-20 मैच में 15 रन से हराया। इस मैच में भारत की जीत से अधिक चर्चा कन्कशन सब्सटीट्यूट हर्षित राणा की हो रही है। तीन विकेट लेकर हर्षित ने भारत की जीत में अहम योगदान दिया। उन्हें अर्धशतक लगाकर बाहर गए शिवम दुबे की जगह मैदान में उतारा गया था। भारतीय बल्लेबाजी के दौरान पारी के अंतिम ओवर में दुबे के हेलमेट पर गेंद लगी थी जिसके बाद उनका कन्कशन सब्सटीट्यूट लिया गया था। हर्षित को दुबे की जगह मैदान में लाने का वास्तविक फैसला किसका था इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है, लेकिन इसके पीछे संजू सैमसन का हाथ हो सकता है।
2020 में ऑस्ट्रेलिया में भारत ने रविंद्र जडेजा की जगह पर युजवेंद्र चहल को कन्कशन सब्सटीट्यूट रूप में उतारा था। उस मैच में जडेजा ने 23 गेंदों में नाबाद 44 रन बनाए थे। बल्लेबाजी के दौरान उन्हें हैमस्ट्रिंग की समस्या हुई थी और उनके हेलमेट पर भी बॉल लगी थी। उनकी जगह चहल ने गेंदबाजी की थी और केवल 25 रन देकर तीन विकेट चटका दिए थे। भारत ने ये मैच 11 रन से जीता था। ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच में जडेजा की जगह चहल को लाए जाने का जमकर विरोध किया था। इस निर्णय में सैमसन की भूमिका बहुत अहम रही थी।
संजू सैमसन ने दिया था सुझाव
भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने अपनी किताब में इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि जब पहली पारी खत्म हो गई तो डगआउट में बैठे सैमसन ने तुरंत ही कहा कि जब जडेजा के हेलमेट पर बॉल लगी है तो क्यों न हम उनकी जगह कन्कशन सब्सटीट्यूट लें। सैमसन ने जडेजा की जगह चहल को लाने का सुझाव भी दिया था। इसके बाद श्रीधर ने उन्हें हेड कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली के पास भेजा था।
शास्त्री और कोहली भी सैमसन के इस सुझाव से काफी प्रभावित हुए थे और उन्होंने चहल का नाम मैच रेफरी डेविड बून को दिया था। चहल ने भारत को मैच जिता दिया और सैमसन की इस चतुराई की पूरी टीम ने सराहना की थी।