ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के पूर्व महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) ने मंगलवार को कहा कि एशेज सीरीज (Ashes Series) का पांचवां टेस्ट मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (Melbourne Cricket Ground) में खेला जाना चाहिए और यह डे/नाइट टेस्ट होना चाहिए।
वॉर्न का बयान इस खबर के बाद आया कि कोविड-19 महामारी संबंधित पाबंदियों के कारण पांचवां टेस्ट पर्थ में आयोजित नहीं होगा। वॉर्न ने ट्वीट किया, 'मैं चाहता हूं कि पांचवां टेस्ट होबार्ट या कैनबरा में आयोजित हो। मगर दुर्भाग्यवश स्थान में दर्शकों की क्षमता 11,000 है। कल्पना कीजिए कि यह 1-1 या 2-1 होती और निर्णायक मैच में सिर्फ 11,000 दर्शक होंगे। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में दर्शकों की क्षमता 70 हजार से ज्यादा है, तो यहां मैच आयोजित कराना सार्थक लगता। खिलाड़ियों से पूछिए। सिडनी प्लान बी?'
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को पुष्टि कर दी है कि एशेज सीरीज का पांचवां टेस्ट कोविड-19 महामारी संबंधित पाबंदियों के कारण पर्थ स्टेडियम में आयोजित नहीं होगा। सीए और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया इस पर मिल जुलकर काम कर रहे हैं। पांचवां टेस्ट कहां आयोजित कराना है, इस पर विचार चल रहा है।
इंग्लिश खिलाड़ियों को मिली सख्त चेतावनी
इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने मेहमान खिलाड़ियों को आगामी एशेज सीरीज में घरेलू दर्शकों के आक्रामक रवैये का सामना करने को तैयार रहने की सलाह दी है। मोंटी पनेसर ने अपना अनुभव याद किया जब वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे, जहां ऑस्ट्रेलिया ने 5-0 से सीरीज अपने नाम की थी।
यह जानते हुए कि इंग्लैंड में हुई 2019 एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को दर्शकों के खराब व्यवहार का सामना करना पड़ा था, ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई दर्शक मेहमानों को कतई नहीं छोड़ने वाले हैं। बाएं हाथ के स्पिनर जैक लीच ने भी खुलासा किया कि एक ऑस्ट्रेलियाई ने उन्हें ब्रिस्बेन में रेस्टोरेंट में खाना खाते समय कहा कि गाबा में आपका सबसे खराब भाग्य हो।
द टेलीग्राफ में लिखे अपने कॉलम में मोंटी पनेसर ने कहा कि मेहमान खिलाड़ियों को खराब स्वागत के लिए तैयार रहना होगा। पनेसर ने ऑस्ट्रेलिया में अपने अनुभव को भी साझा किया, जहां वो 12वें खिलाड़ी की भूमिका निभा रहे थे।
पनेसर ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया में मेरे साथ शारीरिक रूप से चीजें खराब नहीं हुई, लेकिन आपको मौखिक रूप से काफी कुछ सहन करना पड़ेगा। जब मैं 2006-07, 2010-11 और 2013-14 एशेज दौरे के लिए गया, तो मुझे 12वें खिलाड़ी की भूमिका निभाना पड़ी, तब मैंने दर्शकों की छींटाकशी का सामना किया।'
हालांकि, मोंटी पनेसर ने उम्मीद जताई कि ऑलराउंडर बेन स्टोक्स अपने प्रदर्शन से दर्शकों को जवाब देंगे। पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर ने आगे लिखा, 'बेन स्टोक्स जैसा खिलाड़ी इन बयानों का कड़ा जवाब अपने प्रदर्शन से दे सकता है। स्टोक्स पर कप्तानी का दबाव नहीं होगा, जैसा कि 2006-07 सीरीज में एंड्रयू फ्लिंटॉफ पर था। दोनों समान खिलाड़ी हैं। मैच विजेता और मैदान के अंदर व बाहर बड़े खिलाड़ी।'