पाकिस्तान सुपर लीग के दूसरे सीजन में स्पॉट फिक्सिंग मामले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शरजील खान पर 5 वर्ष के लिए सभी प्रारूपों में नहीं खेलने का प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एंटी करप्शन कोड में पांच मामलों में उन्हें दोषी पाया गया। फिक्सिंग में भूमिका के चलते उन पर यह पांच वर्षीय बैन लगे गया है।
बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज पर प्रतिबन्ध लगने के बाद अब वे 30 महीने बाद ही खेल पाएंगे और पीसीबी द्वारा निर्धारित आवश्यक शर्तों का पालन भी उन्हें करना पड़ेगा। पाक बोर्ड द्वारा मामले की जांच में बिठाए गए तीन सदस्यों के मुखिया असघत हैदर ने कहा कि शरजील को पांच साल के लिए निलम्बित किया गया है इसमें ढाई साल का प्रतिबन्ध माना गया है। इस समिति में पूर्व पीसीबी अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल तौकीर जिया और पूर्व टेस्ट क्रिकेटर वसीम बारी भी थे। इस समिति को 2017 में पीएसएल संस्करण में हुए स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच के लिए गठित किया गया था।
इस प्रतिबंध के बाद पीसीबी के लीगल अडवाइजर ने कहा कि उनके खिलाफ लगे आरोपों में उन्हें दोषी पाया गया है और यह साबित भी हो गया है। उन्हें बिना फाइन लगाए कम से कम सजा दी गई है। यह निर्णय दर्शाता है कि उनके खिलाफ कितने मजबूत सबूत मिले हैं।
टूर्नामेंट में इस्लामाबाद यूनाइटेड की तरफ से खेलने वाले शरजील ने यह माना भी है कि उन्होंने दो डॉट बॉल खेली थी। इस बल्लेबाज की हरकतों के कारण लम्बा बैन भी लगाया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
बैन की तारीख उन्हें फरवरी में जब से सस्पेंड किया गया है, तभी से मानी जाएगी। अभी पीसीबी के नियमों के मुताबिक़ शरजील के पास फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार रहेगा। गौरतलब है कि पीएसएल के दूसरे संस्करण में फिक्सिंग मामले में कई पाक खिलाड़ियों पर पीसीबी की गाज गिरी है।