ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के पूर्व तेज गेंदबाज शॉन टैट (Shaun Tait) ने विस्तृत में समझाया कि आज के तेज गेंदबाज लगातार 150 केएमपीएच से ज्यादा गति की गेंदबाजी करने में क्यों संघर्ष करते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को अपने रोबोट जैसे ट्रेनिंग प्रोग्राम का इनपुट नहीं पता और टीम फिजियो उनको बता देते हैं कि क्या करना है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 59 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले शॉन टैट आमतौर पर 150 से 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे। स्पोर्ट्सकीड़ा से एक्सक्लूसिव बातचीत में शॉन टैट ने कहा कि उनके समय के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर, वो और ब्रेट ली अपना ट्रेनिंग प्रोग्राम में इनपुट रखते थे, आज के जैसे नहीं, जो कि अधिकारी तैयार करके रखते हैं।
टैट ने कहा, 'मैं इस बारे में घंटों बात कर सकता हूं। मेरे ख्याल से आप कहीं भी जाएं तो गेंदबाजी प्रोग्राम एक जैसे होते हैं, वर्कलोड, प्रोग्राम, आपको ये करना होता है, वो करना होता है। वहीं जब मैं खेला और उससे पहले शोएब व ब्रेट ली, हमार प्रोग्राम होते थे, लेकिन हमारा बड़ा इनपुट उसमें होता था। हमें रोबोट टाइप की चीजों का सामना नहीं करना पड़ता था। आप हर दिन एक जैसी चीजें नहीं कर सकते हैं। आपको लोगों को नहीं बताना चाहिए कि पूरे समय क्या करना है। आपको अपने करियर पर कुछ जिम्मेदारी लेना होता है और जिससे शरीर को अच्छा महसूस हो, वो करना चाहिए।'
शॉन टैट ने कहा कि पेशेवर अंदाज बढ़ने के कारण भी तेज गेंदबाजी पर प्रभाव पड़ा है। उन्होंने सलाह दी कि क्रिकेटर्स को अपने लिए कुछ फैसले लेने की इजाजत होना चाहिए।
टैट ने कहा, 'आज के दिन तेज गेंदबाजों को कहा जाता है- अब आराम का दिन है। इस दिन कुछ गेंदें डालना है। मेरे लिए यह ऐसा था कि मैं दो दिन पूरे दम से गेंदबाजी करूंगा और अगले दो दिन छुट्टी लूंगा। मेरे शरीर को महसूस होगा कि ब्रेक की जरूरत है तो मैं ब्रेक लूंगा।'
इस वजह से भी तेज गेंदबाजी को हुआ नुकसान: शॉन टैट
उन्होंने आगे कहा, 'ट्रेनिंग इतनी ढांचागत नहीं हो सकती। हमें अलग चीजें करने की जरूरत होती है और इसमें अपना इनपुट भी रखना होता है। हां, क्रिकेट में पेशेवर अंदाज बढ़ चुका है और तेज गेंदबाजों के कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए कई लोगों को नौकरी मिलती है। मेरे ख्याल से इससे भी तेज गेंदबाजी को नुकसान पहुंच रहा है। कभी मुझे लगता है कि हमें क्रिकेटर्स को उनके फैसले लेने के लिए छोड़ना चाहिए ना कि उन्हें बताएं कि आपको क्या करना है।'
मौजूदा तेज गेंदबाजों में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने ही अपने करियर में 160.4 केएमपीएच की गति से गेंद डाली है। इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की सबसे तेज गेंद 155 व 154.98 केएमपीएच दर्ज की गई। जसप्रीत बुमराह ने एक बार 153 किमी प्रति घंटे की रफ्तार का आंकड़ा छुआ था।