जीवनी
मिचेल आरोन स्टार्क एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं, जिनका जन्म 30 जनवरी 1990 को न्यू साउथ वेल्स के बॉल्कम हिल्स में हुआ था। वह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज और बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वह 2015 के विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा रहे थे। उन्हें मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट भी चुना गया था।
विकेटकीपर के रूप में की शुरुआत
स्टार्क ने विकेटकीपर के रूप में 1999 में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। वह सिडनी में बेरला स्पोर्ट्स क्रिकेट क्लब के लिए एक जूनियर क्रिकेटर के रूप में खेलते थे। उन्होंने होमबश बॉयज हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान फर्स्ट ग्रेड की क्रिकेट टीम का भी प्रतिनिधित्व किया था।
भारत के खिलाफ किया वनडे अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू
अक्टूबर 2010 में उन्होंने विशाखापट्टनम में भारत के खिलाफ अपना एकदिवसीय पदार्पण किया था। 1 दिसंबर 2011 को उन्होंने ब्रिस्बेन में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने मैच में दो विकेट लिए और होबार्ट में हुए दूसरे टेस्ट में भी दो विकेट लिए। उन्होंने 7 सितंबर 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की।
स्टार्क 2015 क्रिकेट विश्वकप में बेहतरीन गेंदबाजी करने की वजह से मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे, जिसने ऑस्ट्रेलिया को खिताब जीतने में मदद की थी। 2014-15 के सीज़न में उन्होंने प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों को मिलाकर सबसे ज्यादा 60 विकेट लिए । इसमें 2015 क्रिकेट विश्वकप के 22 विकेट भी शामिल थे।
2015 के कैलेंडर वर्ष में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। इसमें उनके टखने की चोट के बाद भी 87 विकेट शामिल थे। 2016 तक उन्होंने 100 टेस्ट विकेट ले लिए थे।
बिग बैश और आईपीएल में रहे प्रभावशाली
स्टार्क ने 2012 में बिग बैश लीग में सिडनी सिक्सर्स के साथ करार किया और उसके बाद चैंपियंस लीग टी-20 में भाग लिया। 2011-12 की बिग बैश लीग में उन्होंने सिडनी सिक्सर्स के लिए छह मैचों में 13 विकेट लिए थे। उन्हें 2014 में आईपीएल की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदा था। वह आईपीएल 2015 संस्करण में अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण गेंदबाज साबित हुए थे।
एलन बॉर्डर सम्मान मिला
स्टार्क ने 2016 में श्रीलंका के खिलाफ अपने बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाज की श्रेणी में 2017 का एलन बॉर्डर सम्मान हासिल किया था। वह बल्ले के साथ भी अच्छा करने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने 2016-17 में भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1000 टेस्ट रन पूरे किए। इस तरह वो 100 से ज्यादा विकेट लेने और टेस्ट क्रिकेट में 1000 से अधिक रन बनाने वाले 14वें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बने।