West Indies all out on 27 runs in third Test: जमैका में खेले गए तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रलिया ने वेस्टइंडीज को मात्र 27 रन पर समेट दिया। यह टेस्ट के इतिहास का दूसरा सबसे कम टोटल रहा। कंगारुओं ने मेजबान टीम को 176 रन के विशाल अंतर से मात दी। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने फ्रेंक वॉरेल ट्रॉफी में वेस्टइंडीज का सूपड़ा साफ़ कर दिया। इस जीत के अहम नायक मिचेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड रहे। स्टार्क ने नौ रन देकर छह विकेट अपने नाम किए तो वहीं बोलैंड ने हैट्रिक ली। मेजबान की तरफ से केवल जस्टीन ग्रीव्स ने डबल डिजिटल में स्कोर किया।
मात्र चार बल्लेबाजों का खुला खाता
वेस्टइंडीज की पारी शुरुआत से ही लड़खड़ा गई। ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ और पिंक बॉल के जादूगर मिचेल स्टार्क ने अपने पहले ही ओवर में जॉन कैंपबेल, ब्रैंडन किंग और केवलॉन एंडरसन को चलता किया।उन्होंने उन बल्लेबाजों को खाता भी नहीं खोलते दिया और शून्य के स्कोर पर आउट किया। वेस्टइंडीज़ ने अपने पहले तीन विकेट शून्य के स्कोर पर खोए।
कंगारु इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने मेजबान टीम को लगातार अंतराल पर झटके दिए। 11 रन के टोटल स्कोर पर वेस्टइंडीज़ के छह खिलाड़ी पवेलियन में दिखे। इन छह बैटर्स ने मिलकर छह रन का योगदान दिया जिसमें एक्सट्रा रन भी शामिल हैं। बोलैंड दूसरे गेंदबाज़ हैं जिन्होंने हैट्रिक लेकर वेस्टइंडीज़ की कमर ही तोड़ डाली। उन्होंने जस्टिन ग्रीव्स, शमार जोसेफ़ और जोमेल वारिकन को आउट किया। बोलैंड टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले 10वें ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन गए हैं।
बता दें कि यह टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर है। 26 रन के टोटल पर ऑलआउट होकर साल 1955 में न्यूजीलैंड ने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने किंग्सटन में पहली पारी में 225 रन बनाए थे जिसके जवाब में वेस्टइंडीज़ की पहली पारी 143 रन पर ऑलआउट हो गई। इस तरह कंगारू टीम को पहली पारी के आधार पर 82 रन की बढ़त मिली।
वेस्टइंडीज़ ने अच्छी गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 121 रन पर समेट दी। नतीजतन मेजबान टीम को जीतने के लिए 204 रन का लक्ष्य मिला। पर पूरी टीम 27 ढ़ेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने तीनों टेस्ट में कैरेबियाई टीम को बड़े अंतर से मात देकर उसका 3-0 से क्लीन स्वीप किया। ब्रिजटाउन में खेले गए पहले टेस्ट को ऑस्ट्रेलिया ने 159 रन से जीता। फिर सेंट जॉर्ज में दूसरा टेस्ट कंगारुओं ने 133 रन से जीता।