Mohammed Siraj cried in Lords: लॉर्ड्स में आखिरकार भारत हार गया। रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का जुझारुपन काम नहीं आया। भारतीय टीम जीत के लिए लड़ी, अपनी आखिरी सांस तक फिर भी सफलता उनसे 22 रन दूर रह गई। भारत और इंग्लैंड के बीच चले रहे तीसरे टेस्ट में रोमांच, ड्रामा और खूब सारे इमोशन्स देखने मिले। कभी मैच भारत के पाले में दिखा तो कभी मेजबान टीम के। इस जद्दोजहद में आखिरकार जीत मेजबान के झोले में गई। 10वें विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद थे जडेजा और सिराज। दोनों लगातार सूझबूझ से बल्लेबाजी करते दिखे।
उनमें जीतने का जज्बा साफ नजर आ रहा था। लॉर्ड्स में उन्हें खेलता देख फैंस की उम्मीदें चाकू की नोक पर ही सही लेकिन बनी हुई थी। दूसरी तरफ इंग्लैंड टीम आखिरी विकेट न लेने पर इरिटेट हो रही थी। कप्तान बेन स्टोक्स अपने सारे कार्ड्स खोल चुके थे पर भारत को समेटने में सफल नहीं हो पा रहे थे। फिर उन्होंने अपने स्पिनर शोएब बशीर को अटैक पर लगाया। सामने जडेजा खड़े थे। उन्होंने दो बॉल डॉट खेला। तीसरी गेंद पर एक रन लेकर जड्डू ने सिराज को स्ट्राइक दी। मिया भाई ने चौथी गेंद डॉट खेली। यहां तक सब ठीक चल रहा था। फिर आई बशीर की पांचवीं गेद और सिराज की गिल्लियां बिखर गई। यहां केवल गिल्लियां ही नहीं करोड़ों भारतीय फैंस के साथ साथ सिराज की भी उम्मीदें लॉर्ड्स की पिच पर बिखरी हुई नजर आई।
वो उस पल में वहीं जम गए। हाथ में बल्ला लिए, सर झुकाए वो पिच पर बैठ गए। उन्हें देख ऐसा लग रहा था कि वो खुद से बहुत नाखुश हैं। हैरान परेशान सिराज का हावभाव देख ऐसा लग रहा था कि मानो खुद से कह रहे, 'या अल्लाह, ये क्या हो गया, क्यों हो गया? हम लॉर्ड्स में जीत सकते थे। केवल 22 रन बनाने थे। मेरा विकेट क्यों गिरा।' सिराज को देख इंग्लैंड के हैरी ब्रूक और जो रूट ने खेल भावना दिखाते हुए उनके पास आए और उन्हें संभाला। दोनों इंग्लिश खिलाड़ियों ने हाथ मिलाकर सिराज को शाबाशी दी।
बता दें कि सिराज ने जडेजा के साथ मिलकर आखिरी विकेट के लिए 17 रन की साझेदारी की। उन्होंने 30 गेंदे खेल चार रन बनाए। जडेजा 61 रन बनाकर नाबाद रहे। लॉर्ड्स की जीत के साथ इंग्लैंड ने इस सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। चौथा टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड में होना है।