3 Biggest Reasons Team India Lost Lord's Test: भारतीय क्रिकेट टीम को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर एक दिल टूटने वाली 22 रन की हार का सामना करना पड़ा है। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने पांचवें दिन पहले सेशन के आधे-एक घंटे में ही तीन विकेट खो दिए थे और स्कोर था 82 रन पर सात विकेट। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने जिस तरह टेल के साथ मिलकर पारी को संभाला है वो काबिल ए तारीफ था। मगर अंत में जीत मेजबान टीम को मिली। रवींद्र जडेजा इस मुश्किल पारी के बाद 61 रन बनाकर नाबाद रहे। यही मध्यक्रम से किसी एक खिलाड़ी ने उनका बेहतर साथ दिया होता तो आज भारत का तिरंगा लॉर्ड्स में लहरा रहा होता।
टीम इंडिया ने इस मैच में पहले दिन से खुद को आगे रखा था। लेकिन बीच-बीच में कुछ ऐसी गलतियां हो गईं जो भारतीय टीम के लिए हार का कारण बन गईं। ऐसी ही कुछ गलतियों को हम तराशेंगे और बताएंगे कि क्या रहीं वो तीन बड़ी वजह जिस कारण भारतीय टीम यह मुकाबला हार गई और 200 से कम का लक्ष्य भी टीम से अंत में चेज नहीं हुआ। तो आइए एक-एक करके लॉर्ड्स टेस्ट का पोस्टमॉर्टम करते हैं और जानते हैं कि
क्या रहे वो तीन बड़े कारण जिससे भारत को हार का मुंह देखना पड़ा:-
1- बल्लेबाजों का गैरजिम्मेदाराना रवैया और पहली पारी के अंतिम 4 विकेट
जी हां भारतीय टीम के बल्लेबाज ही इस हार का एक सबसे बड़ा कारण रहे हैं। पहली पारी में भारत साफ-साफ कम से कम 30-40 रन की लीड लेता दिख रहा था। मगर अंतिम 4 विकेट 11 रन पर गिर गए। लोअर ऑर्डर दूसरी पारी वाली जांबाजी पहली पारी में नहीं दिखा पाया। वहीं करुण नायर, कप्तान शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल दोनों पारियों में फेल रहे। यशस्वी ने जिस गैर जिम्मेदाराना तरीके से दूसरी पारी में विकेट गंवाया उस पर भी गौर करने वाली बात होगी।
2- दूसरी पारी में भारत ने कर दी एक्सट्रा रनों की बारिश
भारतीय टीम ने दूसरी पारी में इंग्लैंड को 32 एक्स्ट्रा रन दिए जिसमें से 25 रन बाई के थे। इसमें रोल आ जाता है ऋषभ पंत की जगह विकेटकीपिंग कर रहे ध्रुव जुरेल का भी। हालांकि, इसमें कई ऐसे मौके थे जहां जुरेल की गलती नहीं थी। मगर गेंदबाज रनों की चिंता किए बिना स्विंग को अनकंट्रोल्ड तरीके से डालते रहे। वही रन अंत में टीम इंडिया को सबसे ज्यादा भारी पड़े।
3- ऋषभ पंत की चोट ने डाला मैच पर असर
भारतीय टीम के उपकप्तान और आतिशी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की चोट भी कहीं ना कहीं इस हार का बड़ा कारण रही। पहली पारी में वह चोट से असहज थे जिसके कारण काफी हड़बड़ाहट कर रहे थे। उन्होंने 74 रन अपने आतिशी अंदाज से बनाए जरूर लेकिन तेज गेंदबाजों के सामने उनकी हड़बड़ी बढ़ जाती थी। इसी हड़बड़ी में उन्होंने रनआउट में अपना विकेट गंवा दिया। उसके बाद दूसरी पारी में जब भारत को उनके करीब एक घंटे क्रीज पर टिकने की जरूरत थी। वहीं स्टोक्स ने उनके सामने सबसे तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को लगा दिया। पंत वहां भी असहज थे। बार-बार उनका बायां हाथ बल्ले से छूट रहा था। यही कारण था कि वह आर्चर की उस गेंद को डिफेंड नहीं कर पाए जिस पर वह क्लीन बोल्ड हो गए।