भारतीय टीम (Indian Team) को श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में 4 विकेट से पराजय का सामना करना पड़ा और सीरीज में अब अंतिम मैच करो या मरो वाला होगा। जो टीम जीतेगी, उसे ही ट्रॉफी मिलेगी। अंतिम मैच गुरुवार को ही खेला जाना है। भारतीय टीम की पराजय के बाद शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने पिच के बारे में अहम बात कही और मैच में संघर्ष करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों की प्रशंसा भी की।
भारतीय कप्तान ने कहा कि पिच से गेंद टर्न हो रही थी और रूककर आ रही थी। हमें पता है कि एक बल्लेबाज हमारे पास कम था। हमें मालूम था कि स्मार्ट तरीके से हमें अपनी पारी को बनाना है। हमारे स्कोर में 10 से 15 रन कम रह गए। इनसे अंतर पैदा हो गया। मुझे लड़कों पर गर्व है। मैच को अंतिम ओवर तक लेकर जाने के लिए उन्हें मेरा सलाम है।
श्रीलंकाई बल्लेबाज धनंजय डी सिल्वा ने नाबाद 40 रनों की पारी खेलकर भारतीय टीम से जीत छीन ली और उन्हें इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया। मैच के बाद धनंजय ने कहा कि हम इस जीत की तलाश में थे। मैं श्रीलंका की जीत में योगदान देकर खुश हूं। मैंने हमेशा सोचा और जानता था कि यह एक बड़ा ओवर है। मैंने अंत तक बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हमने आज अपनी नसों को थामे रखा। भारत के खिलाफ हमेशा कड़ा मुकाबला होता है।
उल्लेखनीय है कि क्रुणाल पांड्या के कोरोना संक्रमित होने के बाद उनके सम्पर्क में आए खिलाड़ियों को भी मैच से दूर रखा गया। ऐसे में देवदत्त पडीक्कल, चेतन सकारिया, रुतुराज गायकवाड़ और नितीश राणा ने डेब्यू किया। टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में कुल पांच ही बल्लेबाज थे। बाकी छह गेंदबाजों के साथ टीम मैदान पर उतरी थी।
पिच भी धीमी थी जिसका फायदा श्रीलंका के स्पिनरों ने उठाया और टीम इंडिया के पास एक बल्लेबाज पहले से ही कम था जिसका नुकसान भी उन्हें हुआ। भारतीय टीम ने मैच में एक बार पकड़ बनाई थी लेकिन धनंजय डी सिल्वा ने एक छोर पर टिककर बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंकाई टीम को लक्ष्य हासिल करवा दिया।