Shoaib Akhtar Remark on Champions Trophy controversy: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान को मिली हुई है। बीसीसीआई सुरक्षा कारणों के चलते अपनी टीम को पाकिस्तान के दौरे पर भेजना नहीं चाहता। आईसीसी समेत अन्य बाकी 7 देश टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल के तहत करवाने के लिए तैयार हैं। वहीं, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की मानें, तो पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल को अपनाने के लिए हामी भर दी है। लेकिन उसने अपनी शर्तें भी रखी हैं। शोएब अख्तर को लगता है कि हाइब्रिड मॉडल को अपनाने को लेकर पहले से ही समझौता हो चुका था।
चैंपियंस ट्रॉफी एक विवाद पर शोएब अख्तर ने दिया बड़ा बयान
पाकिस्तानी न्यूज चैनल पर बातचीत के दौरान शोएब अख्तर ने कहा, 'आपको होस्टिंग का अधिकार और रेवेन्यू मिल रहा है और ये ठीक है। हम इसे सही समझते हैं। पाकिस्तान का रुख भी उचित है। एक बार जब हम अपने देश में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करने में सक्षम हो जाते हैं और वे आने के लिए तैयार नहीं होते हैं, तो उन्हें हमारे साथ रेवेन्यू को शेयर करना चाहिए, जो कि एक अच्छा विकल्प है।'
इसकी के साथ अख्तर ने भविष्य में भारत के साथ दोस्ती बढ़ाने के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा, 'जब भारत में खेलने का समय आएगा, तो हम दोस्ती का हाथ जरूर बढ़ाएंगे। हम दिल बड़ा करके बताएंगे कि हम आ गए हैं। मैं हमेशा यही कहता हूं कि इंडिया में जाओ, इंडिया में खेलो और वहीं पर मार के आओ।'
वहीं, अख्तर पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि नकवी ने चैंपियंस ट्रॉफी के विवाद पर अपना जो कड़ा रुख अपनाया वो सही था लेकिन मुझे लगता है कि हाइब्रिड मॉडल पहले से ही साइन हो चुका था। उन्होंने जो स्टेटमेंट्स दी हैं, वो चलती रहती हैं।
अख्तर के इस बयान से साफ पता चल रहा है कि नकवी अपने बयानों से पीसीबी के साथ अपनी छवि बचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन असल में उन्होंने पहले से ही आईसीसी के फैसले को मान लिया था। बता दें कि हाइब्रिड मॉडल के तहत टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के अपने मैच दुबई में खेलने वाली है।