पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शोएब मलिक (Shoab Malik) ने कश्मीर प्रीमियर लीग (KPL) को लेकर कहा कि यह लीग केवल युवा खिलाड़ियों के लिए ही नहीं है। उनका मानना है कि इस लीग से युवा तथा अनुभवी दोनों ही तरह के खिलाड़ियों के लिए एक ही समान अवसर प्रदान करता है। हाल ही में कश्मीर प्रीमियर लीग को लेकर बीसीसीआई और पीसीबी में भी तनातनी देखने को मिली थी, जिसकी वजह से यह लीग शुरू होने से पहले ही चर्चा का विषय बन गयी।
मलिक ने गुरुवार को एक वीडियो मैसेज में कहा कि यह कश्मीरी खिलाड़ियों के लिए और हमारे लिए एक महान अवसर है, क्योंकि हमें उनके साथ खेलने और उनसे सीखने का मौका मिलता है, सीखने की प्रक्रिया कभी खत्म नहीं होती है।
इसके साथ ही मालिक ने यह भी उम्मीद जताई है कि लीग को कामयाबी मिलेगी और इससे खिलाड़ियों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सभी टीमों का समर्थन करते रहें, स्टेडियम में सभी मैच देखें, और एक चीज की मैं गारंटी दे सकता हूं - यह टूर्नामेंट शानदार होने वाला है।
बीसीसीआई कश्मीर प्रीमियर लीग पर सख्त
कुछ दिनों पहले इस लीग की तरफ सभी का ध्यान तब गया जब दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी हर्शल गिब्स ने कहा कि बीसीसीआई उन्हें इस लीग में ना खेलने के लिए दवाब बना रहा है तथा अगर उन्होंने इसमें भाग लिया तो फिर उन्हें भारत में किसी भी क्रिकेट से जुड़ी गतिविधि की इजाजत नहीं दी जायेगी।
हालांकि इसके बाद बीसीसीआई ने खुलकर इस लीग को लेकर आईसीसी से आग्रह किया कि इसे मान्यता ना ही जाए लेकिन आईसीसी ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि यह कोई अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट नहीं है और इसलिए उनका इस लीग पर कोई नियंत्रण नहीं है।
कश्मीर प्रीमियर लीग का आयोजन 6 अगस्त से 17 अगस्त के बीच होगा और इसमें कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों के भी शामिल होने की उम्मीद थी लेकिन बीसीसीआई के ऐतराज के बाद कई क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों को इसमें खेलने के लिए मना किया है। वहीं कई खिलाड़ियों ने खुद ही इस लीग से अपना नाम वापस ले लिया है।