Shubman Gill on Statement on Lord's controversy: इंग्लैंड और भारत के बीच हो रही टेस्ट सीरीज में तीन मुकाबले खेले जा चुके हैं। इस दौरान लॉर्ड्स में हुआ तीसरा मुकाबला सबसे ज्यादा रोमांचक रहा। दोनों टीमों के खिलाड़ी इस मुकाबले को जीतने के लिए आखिरी सांस तक लड़े थे। इस दौरान मैदान पर काफी गहमागहमी भी देखने को मिली थी, खासकर मैच के तीसरे दिन के आखिरी ओवर में, जब कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लिश ओपनर्स जैक क्रॉली और बेन डकेट को समय बर्बाद करने के लिए अच्छे से मजा चखाया था। वहीं, मैनचेस्टर टेस्ट से पहले गिल ने लॉर्ड्स में हुए बवाल पर अपना पक्ष रखा और कहा कि मैं ये नहीं कहूंगा कि जो हमने किया उस पर हमें गर्व है।इंग्लैंड के बल्लेबाज क्रीज पर 90 सेकंड्स लेट आए गिल ने जब प्रेस कांफ्रेंस में बवाल के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि सभी को लगता है कि इंग्लैंड के प्लेयर तीसरे दिन के खेल में मैदान पर बल्लेबाजी करने के लिए 20 या 30 सेकंड्स की देरी से पहुंचे थे। गिल ने साफ किया कि ऐसे नहीं था। उन्होंने बताया, "मैं एक बात हमेशा के लिए साफ कर देना चाहता हूं। उस दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास खेल खत्म होने में 7 मिनट बचे थे। लेकिन वे क्रीज पर 10 या 20 नहीं, बल्कि 90 सेकंड्स देर से आए। इस बात में कोई शक नहीं है कि ज्यादातर टीमें ऐसे मौके पर कोशिश करती हैं कि कम ओवर खेलें। अगर हम उस स्थिति में होते, तो शायद हम भी ऐसा ही सोचते। लेकिन हर चीज करने का एक तरीका होता है। अगर किसी बल्लेबाज को शरीर पर बॉल लगती है, तो फिजियो मैदान पर आ सकते हैं, और वो एक जायज वजह होती है। लेकिन सिर्फ वक्त बर्बाद करने के लिए 90 सेकंड्स लेट आना, ये मुझे खेल की भावना के खिलाफ लगता है।"वो सब अचानक नहीं हुआ...गिल ने आगे बताया कि मैदान पर जो कुछ भी हुआ था, वो अचानक नहीं हुआ था। इस संदर्भ में भारतीय टीम के लीडर ने कहा, "उस घटना से पहले भी कई ऐसी बातें हुईं, जो हमें सही नहीं लगीं। मैं ये नहीं कहूंगा कि जो हमने किया उस पर हमें गर्व है। लेकिन वो सब अचानक नहीं हुआ, उसके पीछे एक माहौल बना हुआ था। हमारी कुछ गलत करने की कोई मंशा नहीं थी। लेकिन जब आप मैच खेल रहे होते हैं, तो आप जीतने के लिए खेलते हैं। उसमें बहुत सारी भावनाएं जुड़ी होती हैं और जब आप देखते हैं कि कुछ चीजें गलत हो रही हैं, तो कई बार भावनाएं अपने आप बाहर आ जाती हैं।"