युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने याद किया कि वह भारतीय कप्तान विराट कोहली से पहली बार 2016 में मिले थे। भारतीय टीम के ओपनर ने बताया कि वह अपने बचपन के दिनों से कोहली को आदर्श मानते हैं और जब पहली बार मिलने का मौका मिला तो कुछ भी नहीं बदला।
आईसीसी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में शुभमन गिल ने अपनी कुछ इंस्टा यादों के बारे में बातचीत की है। इसमें पहला पोस्ट 2014-15 के बीसीसीआई वार्षिक समारोह का है, जहां विराट कोहली ने चार में से पहला पॉली उमरीगर अवॉर्ड जीता था और शुभमन गिल लगातार दूसरे साल जूनियर क्रिकेटर ऑफ द ईयर बने थे।
शुभमन गिल ने कहा, 'विराट कोहली के साथ होना बहुत प्रेरणादायी पल था और जब से मैंने क्रिकेट खेलनी शुरू की है, तो वो मेरे आदर्श रहे हैं। जब आप बच्चे हो तो आपको क्रिकेट के बारे में ज्यादा पता नहीं होता। आप सिर्फ मस्ती के लिए खेलना चाहते हैं। मगर जब आप खेलना शुरू करते हैं तो चुनौतियों और खेल के बारे में काफी कुछ जानने को मिलता है। यह पहला मौका था जब मैं उनसे मुंबई में मिला। तो मेरे लिए यह पल काफी बड़ा है।'
शुभमन गिल ने बीसीसीआई वार्षिक समारोह के पिछले संस्करण के बारे में बातचीत की, जहां वो पहली बार जूनियर क्रिकेटर ऑफ द ईयर बने थे।
21 साल के शुभमन ने याद किया कि भले ही विराट कोहली उस समारोह में मौजूद थे, लेकिन वे शर्मीले होने के कारण उनसे मिल नहीं पाए।
गिल ने कहा, 'मेरे ख्याल से 2014 की बात है जब मैं अंडर-16 जूनियर क्रिकेटर ऑफ द ईयर बना था। यह भी मुंबई में था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि इस बार मेरी मुलाकात विराट भाई से होगी क्योंकि मैं बहुत शर्मीला था और उनसे बात करने जा ही नहीं पाया।'
गाबा की जीत पर गिल ने अनुभव साझा किया
शुभमन गिल ने गाबा टेस्ट के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि उस जीत और आखिरी दिन सीरीज पर कब्जा करने के कारण जो भावनाएं थी, वो अतुल्नीय है।
उन्होंने कहा, 'सभी जानते हैं कि इस टेस्ट की शुरूआत कैसे हुई थी और किस तरह इसका समापन हुआ। यह बिलकुल अलग था। पांचवें दिन हम जिस भावना से गुजरे, टेस्ट मैच जीता और फिर ट्रॉफी हाथ में ली, वो अतुल्नीय था।'
शुभमन गिल इस समय डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारतीय टीम की अंतिम एकादश का हिस्सा हैं। गिल ने पहली पारी में 28 रन बनाए और वेगनर की गेंद पर वॉटलिंग को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए।