श्रीलंका दौरे पर ऑस्ट्रेलिया की ओर से लगातार संकेत मिल रहे हैं कि वे इस दौरे पर अधिकतर स्पिनर्स का इस्तेमाल करते दिखेंगे। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरे के लिए लिमिटेड ओवर्स की सीरीज में दो और टेस्ट सीरीज के लिए तीन स्पिनर्स का चुनाव किया है। ऑस्ट्रेलिया की ओर से यह भी संकेत मिले हैं कि वे टेस्ट सीरीज में तीन स्पिनर्स के साथ उतर सकते हैं। अब दिग्गज तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने भी स्वीकार किया है कि उनकी टीम दो तेज गेंदबाजों के साथ ही उतर सकती है।
हेजलवुड ने कहा,
हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास कैमरून ग्रीन हैं जो अधिकतर मौकों पर हमारे लिए अच्छा काम कर सकते हैं। हम जानते हैं कि कमिंस , स्टार्क और मैं अधिकतर परिस्थितियों में खेलने वाले हैं और संभवतः मैं ही सबसे धीमी गेंदबाजी करता हूं। श्रीलंका में हम एक तेज गेंदबाज कम उतार सकते हैं। हम सभी जानते हैं कि हमारा एक रोल है और हम अलग परिस्थितियों में बेहतर होते हैं।
पाकिस्तान दौरे पर भी ऑस्ट्रेलिया ने लिया था बड़ा फैसला
इस साल मार्च में पाकिस्तान में हुए तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया ने बड़ा फैसला लिया था। इस दौरे के पहले टेस्ट में जोश हेजलवुड को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था, लेकिन विकेट के लगातार धीमा होने के कारण अगले दो मैचों के लिए उन्हें बाहर कर दिया गया था। लेग-स्पिनर माइकल स्वेप्सन को टेस्ट डेब्यू करने का मौका दिया गया था। स्वेप्सन ने सीरीज के आखिरी दो मैचों में हिस्सा लिया था।
इस सीरीज को ऑस्ट्रेलिया ने 1-0 से अपने नाम किया था जिसके पहले दो मैच ड्रॉ रहे थे। आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 115 रनों से जीत हासिल की थी। श्रीलंका में भी विकेट धीमा रहेगा और स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलने की पूरी संभावना जताई जा रही है।