टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के लिए जब भारतीय टीम का ऐलान हुआ था तो हर कोई सीनियर स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का नाम देखकर हैरान रह गया था। अश्विन काफी सालों से सफ़ेद गेंद के प्रारूप में नहीं खेले थे और अचानक से उनको शामिल किये जाने से काफी सारे प्रश्न उठे थे। हालंकि इस बारे में अब बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने खुलासा किया है। गांगुली के मुताबिक उस समय के टी20 कप्तान विराट कोहली की मांग पर अश्विन को शामिल किया गया था। हालांकि गांगुली ने यह भी कहा कि उन्हें इस बारे में यकीन नहीं था कि अश्विन दोबारा भारत की सफ़ेद गेंद की टीम का हिस्सा बनेंगे।
चैट शो 'बैकस्टेज विद बोरिया' पर बातचीत में, बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा,
मुझे यकीन नहीं था कि वह फिर से सफेद गेंद वाली टीम का हिस्सा होगा या नहीं। लेकिन तब विराट कोहली चाहते थे कि वह वर्ल्ड कप का हिस्सा बनें। और, उन्हें जो भी थोड़ा सा अवसर मिला, मुझे लगा कि उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।
अश्विन को टी20 वर्ल्ड कप के दौरान 3 मैच खेलने का मौका मिला और उन्होंने अच्छी इकॉनमी रेट से 6 विकेट हासिल किये।
अश्विन की प्रशंसा करते हुए, गांगुली ने कहा कि अश्विन ने जो किया उसके लिए प्रशंसा के हक़दार हैं। भारत के पूर्व कप्तान ने कहा,
सब उसके बारे में बोलते हैं। (कानपुर) टेस्ट मैच के बाद राहुल द्रविड़ के बयान को देखें- उन्होंने उन्हें सर्वकालिक महान कहा। अश्विन की प्रतिभा को आंकने के लिए आपको रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं है। मैं जो देखता हु मेरी प्रशंसा उसी से आती है। यह अश्विन हो सकता है, यह (श्रेयस) अय्यर हो सकता है, यह रोहित (शर्मा) हो सकता है, यह विराट (कोहली) हो सकता है।
मुझे यह कहने की जरूरत नहीं है कि अश्विन खास है - सौरव गांगुली
अश्विन को कई बार अच्छा करने के बावजूद टेस्ट मैचों में भी बाहर बैठना पड़ा है। हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर भी उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था। हालांकि गांगुली ने हमेशा ही अश्विन का समर्थन किया है। इस बार भी उन्होंने अश्विन के बारे में कहा,
मुझे कोई कारण नहीं दिख रहा है क्यों (मुझे उसका समर्थन नहीं करना चाहिए)। देखें कि वह कितनी विनिंग टीमों का हिस्सा रहा है। 2011 वर्ल्ड कप, वह फाइनल जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। 2013, जब उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीती, तो वह उस टूर्नामेंट में एक प्रमुख गेंदबाज थे। जब सीएसके ने आईपीएल जीता, तो वह उनके लिए पावरप्ले और कठिन परिस्थितियों में गेंदबाजी करने वाले मुख्य गेंदबाज थे।
उनका टेस्ट रिकॉर्ड देखिए, यह शानदार है। मुझे यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि रविचंद्रन अश्विन असाधारण हैं। उनका रिकॉर्ड और उनका प्रदर्शन इसे दर्शाता है। और आप ऐसे खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। आप केवल अपनी आंखें नहीं मोड़ सकते और कह सकते हैं कि वह चला गया है। वह जो कर रहा है उससे मैं हैरान नहीं हूं।
अश्विन टेस्ट के एक जबरदस्त गेंदबाज हैं और हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान वह भारत के लिए सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन चुके हैं।