भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जीतने के बेहद करीब पहुंच गई थी, लेकिन फाइनल की बाधा पार नहीं कर सकी। मगर भारतीय टीम ने पिछले दो सालों में एक ईकाई के रूप में शानदार काम किया।
2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद भारतीय टीम ने डब्ल्यूटीसी यात्रा की शुरूआत की, जिसमें उन्होंने घर और विदेश में शानदार क्रिकेट खेला।
भारतीय टीम के पहले डब्ल्यूटीसी साइकिल प्रदर्शन से खुश बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने टीम के बारे में अच्छी बातें कही हैं। भारत ने वेस्टइंडीज में सीरीज जीती। फिर घर में दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश को मात दी। बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने अपना पहला डे/नाइट टेस्ट खेला था।
भारत को फिर न्यूजीलैंड के हाथों 2-0 की शिकस्त सहनी पड़ी, लेकिन इसके बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कमाल का प्रदर्शन करते हुए सीरीज 2-1 से अपने नाम की। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम के प्रदर्शन को 'हाईलाइट' करार दिया है।
गांगुली ने द वीक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मेरे ख्याल से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज जीत मेरे लिए हाईलाइट रही। ऑस्ट्रेलिया बहुत मजबूत टीम थी और उन्हें घर में हराना भारत की बड़ी उपलब्धि थी। प्रमुख खिलाड़ी बाहर हुए, तो बड़ी बात थी कि उनके विकल्पों ने प्रदर्शन किया। भारत ने निरंतर बेहतर खेल दिखाया और इसलिए वह फाइनल में पहुंचे।'
डब्ल्यूटीसी फाइनल पर गांगुली की अलग सोच
डब्ल्यूटीसी फाइनल के नतीजे पर काफी बहस हुई कि एक फाइनल सही है या फिर इसे बेस्ट ऑफ थ्री कराना चाहिए। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने तीन टेस्ट मैचों का समर्थन किया है। यह पूछने पर कि क्या आप शास्त्री के विचारों से सहमत हैं कि फाइनल के लिए तीन टेस्ट होना चाहिए।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जवाब दिया, 'यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी। आईसीसी को कई चीजों पर ध्यान देना है। इस समय मैं कुछ भी कहने से पहले इंतजार करना पसंद करूंगा।'
उन्होंने आगे कहा, 'डब्ल्यूटीसी बहुत अच्छा कांसेप्ट है। मेरे ख्याल से टेस्ट क्रिकेट सबसे बड़ा और क्रिकेट का सबसे मजबूत प्रारूप है और इसका फाइनल होना चाहिए। जहां तक एक टेस्ट मैच फाइनल की बात है, तो यह पहला संस्करण था। भविष्य में चीजों पर ध्यान दिया जाएगा। आईसीसी को सभी स्टेकहोल्डर्स से फीडबैक मिलेगा।'