कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कोच जॉन बुकानन ने सौरव गांगुली को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। बुकानन ने कहा है कि टी20 क्रिकेट के लिए सौरव गांगुली नहीं बने थे और ये फॉर्मेट उनको सूट नहीं करता था। बुकानन के मुताबिक ना तो प्लेयर और ना ही कप्तान के तौर पर गांगुली आईपीएल या टी20 क्रिकेट के लिए सूट करते थे।
स्पोर्टस्टार के साथ इंटरव्यू में जॉन बुकानन ने खुलासा किया कि इस बारे में उन्होंने सौरव गांगुली से बात की थी। उनके मुताबिक एक कप्तान को टी20 क्रिकेट में जल्द से जल्द फैसले लेने पड़ते हैं और सौरव गांगुली इसमें पीछे थे। उन्होंने कहा "
मेरी सोच उस समय ये थी कि एक कप्तान के तौर पर टी20 क्रिकेट में आपको जल्द फैसले लेने पड़ते हैं। इसके अलावा आपका खेल भी टी20 क्रिकेट के हिसाब से होना चाहिए, इसीलिए मैंने सौरव गांगुली से इस बारे में बात की थी। मेरा नहीं मानना था कि वो टी20 क्रिकेट के लिए बने थे, खासकर कप्तानी के लिए तो बिल्कुल भी नहीं।
आपको बता दें कि 2008 के आईपीएल सीजन में सौरव गांगुली केकेआर के कप्तान थे और जॉन बुकानन कोच थे। उस सीजन टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और टीम छठे स्थान पर रही थी। जॉन बुकानन सौरव गांगुली की कप्तानी से खुश नहीं थे और अगले सीजन ब्रेंडन मैक्कलम को कप्तानी का जिम्मा सौंप दिया गया था। हालांकि उस सीजन भी केकेआर की टीम आखिरी पायदान पर रही और उसके बाद बुकानन को ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
सौरव गांगुली को 2010 के आईपीएल सीजन के बाद केकेआर ने रिलीज कर दिया था
सौरव गांगुली को 2010 के आईपीएल सीजन के बाद कप्तानी से हटाने के अलावा टीम में रिटेन ही नहीं किया गया था। उनके स्थान पर गौतम गंभीर को लाकर टीम का कप्तान बना दिया गया था। इसके बाद सौरव गांगुली पुणे वॉरियर्स इंडिया की टीम में चले गए।
इससे पहले केकेआर के सीईओ वेंकी मैसूर ने कहा था कि सौरव गांगुली को टीम से बाहर करने का फैसला मेरा था। वेंकी मैसूर ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से यह फैसला लेना मेरे लिए मुश्किल नहीं था क्योंकि मेरा कोई जुड़ाव नहीं था। मैं टीम से एक या दो साल से जुड़ा हुआ होता, तो यह मुश्किल हो सकता था।
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