श्रीसंत ने आईपीएल के पहले सीजन में हरभजन सिंह के साथ हुए स्लैपगेट विवाद को लेकर अहम प्रतिक्रिया दी है। श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने कमिश्नर से हरभजन सिंह को बैन नहीं करने के लिए कहा था। 2008 में हुए आईपीएल में भारतीय टीम के दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच बहुत बड़ा विवाद हुआ था, जब हरभजन सिंह ने श्रीसंत को थप्पड़ मारा था।
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हाल ही में श्रीसंत ने Cricket Addictor को दिए इंटरव्यू में कहा,
नानावती सर के सामने मैं रो रहा था और यहां तक कि उनसे निवेदन किया कि भज्जी पा को बैन या कोई भी सजा नहीं दी जाए। इसकी वीडियो क्लिप भी है। हम साथ में खेलने वाले हैं और भज्जी पा एक मैच विनर हैं। उन्होंने भारत के लिए हैट्रिक ली है। मैंने बस करियर शुरू किया है और भज्जी पा के साथ मैच जीतना चाहता हूं। मैं उन्हें अपने बड़े भाई की तरह मानता हूं।"
श्रीसंत ने बताया किस तरह सचिन तेंदुलकर ने सुलह कराई थी
श्रीसंत ने यह भी बताया कि कैसे मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने दोनों के बीच मामले को सुलझाया था। उन्होंने जोड़ते हुए कहा,
"सचिन पाजी की वजह से मामला वहीं खत्म हो गया था। उन्होंने कहा था कि तुम दोनों एक टीम के लिए खेलते हो। मैंने कहा ठीक है और मैं जाकर उनसे मिलता हूं। हम दोनों मिले और उसी रात में साथ में डिनर किया। हालांकि मीडिया मामले को अलग लेवल पर लेकर चला गया।"
आईपीएल के पहले सीजन के 10वें मैच में किंग्स XI पंजाब और मुंबई इंडियंस का मुकाबला हुआ था। इस मैच में किंग्स XI पंजाब ने मुंबई इंडियंस को 66 रनों से हराया था। श्रीसंत ने मैच के बारे में बात करते हुए कहा था कि वो मस्ती के मूड थे और उन्होंने हरभजन सिंह से कहा था कि 'पंजाब बॉम्बे को हराएगा, पंजाब बॉम्बे को हराएगा'।
मैच के बाद हरभजन सिंह ने इसी वजह से श्रीसंत को थप्पड़ मारा था और इसके बाद हरभजन सिंह को बचे हुए सीजन के लिए बैन कर दिया गया था। हालांकि श्रीसंत के मुताबिक इस विवाद का असर दोनों के रिश्ते पर नहीं पड़ा।
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