सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के असिस्टेंट कोच ब्रैड हैडिन ने बताया है कि आईपीएल 2021 (IPL) के दौरान डेविड वॉर्नर (David Warner) को प्लेइंग इलेवन से क्यों ड्रॉप किया गया था। हैडिन के मुताबिक वॉर्नर को क्रिकेट की वजह से ड्रॉप नहीं किया गया था, बल्कि मैच प्रैक्टिस की कमी की वजह से ऐसा हुआ था।
ग्रेड क्रिकेटर्स पोडकास्ट पर बातचीत के दौरान ब्रैड हैडिन ने वॉर्नर को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से उनके नहीं खेलने का कारण उनका खराब फॉर्म नहीं था, बल्कि उनके पास पर्याप्त मैच प्रैक्टिस नहीं था। वो लंबे ब्रेक के बाद आए थे और बांग्लादेश और वेस्टइंडीज टूर पर भी नहीं गए थे। हालांकि वो गेंद को काफी अच्छी तरह से हिट कर रहे थे लेकिन हालात हमारे नियंत्रण से बाहर थे। कोचिंग स्टाफ कुछ नहीं कर सकता था। वॉर्नर को खराब फॉर्म की वजह से नहीं बल्कि मैच टाइम की वजह से बाहर किया गया था। उन्हें अपना लय हासिल करने के लिए क्रीज पर थोड़ा वक्त बिताने की जरूरत थी।
डेविड वॉर्नर का परफॉर्मेंस आईपीएल में अच्छा नहीं रहा था। उनका प्रदर्शन इतना खराब था कि उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया और कुछ मैचों के बाद प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया गया था।
डेविड वॉर्नर के मुताबिक टीम से निकाले जाने के बाद उन्हें काफी दुख हुआ था
वहीं वॉर्नर ने कहा है कि उन्हें बिना किसी वजह के निकाला गया और इससे उन्हें काफी दुख हुआ था। इकोनॉमिक्स टाइम्स के साथ इंटरव्यू में डेविड वॉर्नर ने कहा,
जब आप उस टीम से ड्रॉप किए जाते हैं जिसे आपने इतने सालों तक काफी प्यार दिया है तो फिर काफी दुख होता है। बिना किसी बात के कप्तानी छीन लेने से मुझे दुख हुआ। हालांकि मुझे कोई शिकायत नहीं है। भारत में फैंस ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया और उनके लिए ही आप खेलते हैं। हम एंटरटेनमेंट के लिए खेलते हैं। भले ही मुझे टीम में जगह नहीं मिल रही थी लेकिन मेरी ट्रेनिंग पहले के जैसी ही चल रही थी। मैं और ज्यादा मेहनत कर रहा था।