श्रीलंका क्रिकेट इस समय समस्याओं से घिरा हुआ है। एसएलसी को पृथकवास में रह रहे अपने खिलाड़ियों की कोविड-19 रिपोर्ट का इंतजार है। इन खिलाड़ियों को भारत के खिलाफ वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेलनी है। श्रीलंका खेमे में चिंता तब आई जब बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर और टीम के परफॉर्मेंस विश्लेषक जीटी निरोशन कोविड-19 पॉजिटिव निकले।
पॉजिटिव मामलो के कारण श्रीलंका क्रिकेट ने खिलाड़ियों की पृथकवास अवधि बढ़ा दी, जिसके कारण भारत के खिलाफ सीरीज 13 के बजाय 18 जुलाई से शुरू होगी। हालांकि, बोर्ड ने फैसला कर लिया है कि अगर टीम में कोई मामला सामने आया तो वह भारत के खिलाफ दूसरी टीम उतारेंगे, जैसा हाल में इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ किया।
एसएलसी सचिव मोहन डी सिल्वा ने कहा, 'अगर पहले वनडे से पूर्व कुछ पॉजिटिव मामले सामने आते हैं तो फिर दूसरी टीम को मैदान पर उतारा जाएगा। इस समय दांबुला और कोलंबो में श्रीलंका की टीमें बायो-बबल में अभ्यास कर रही हैं।'
बिना अभ्यास के खेलना पड़ेगा मैच
श्रीलंका क्रिकेट ने पहले ही बायो-बबल में दो अलग टीमें रखी हैं। इंग्लैंड से लौटने वाली टीम के अलावा दांबुला में खिलाड़ियों का एक जत्था अभ्यास कर रहा है। कुछ दिनों पहले ईसीबी को पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए दूसरे दर्जे की टीम चुनना पड़ी। इंग्लैंड के सात सदस्य कोविड-19 पॉजिटिव निकले थे, जिसके बाद प्रमुख टीम को पृथकवास में जाना पड़ा।
मोहन डी सिल्वा ने कहा, 'टीम के सभी खिलाड़ियों का परीक्षण निगेटिव आया, लेकिन हम इस बात का ख्याल रख रहे हैं कि टीम के बल्लेबाजी कोच और डाटा विश्लेषक पॉजिटिव हैं और इसी वजह से हमने सीरीज के कार्यक्रम में बदलाव किया।'
श्रीलंकाई टीम अभी इस स्थिति में है कि उसे बिना अभ्यास सत्र के भारत के खिलाफ खेलना पड़ सकता है। पृथकवास बढ़ने के बाद घरेलू क्रिकेटरों को अभ्यास करने का मौका नहीं मिला। यह भी संभावना है कि बिना नेट सेशन के श्रीलंकाई टीम को मैच खेलना पड़ सकता है।