श्रीलंका और भारत (Sri Lanka vs India) के बीच होने वाली लिमिटेड ओवर्स की सीरीज इस वक्त सुर्खियों में बनी हुई है। हाल ही में श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणातुंगा ने दूसरे दर्जे की टीम भेजने के लिए भारत पर सवाल उठाए थे। वहीं अब खबर ये आ रही है कि श्रीलंका भी इस सीरीज के लिए अपनी दूसरे दर्जे की ही टीम का चयन कर सकता है। हालांकि इसकी वजह भारतीय टीम नहीं है बल्कि श्रीलंका क्रिकेट में कॉन्ट्रैक्ट को चल रहा विवाद है।
श्रीलंका के कई क्रिकेटरों ने अभी तक नए कॉन्ट्रैक्ट पर साइन नहीं किया है और इसी वजह से सेलेक्टर्स अभी तक भारत के खिलाफ सीरीज के लिए टीम का चयन भी नहीं कर पाए हैं।
इनसाइड स्पोर्ट्स में छपी खबर के मुताबिक इंग्लैंड दौरे से लौटने के बाद अगर श्रीलंकाई टीम सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर साइन नहीं करती है तो फिर भारत के खिलाफ सीरीज के लिए दूसरे दर्जे की टीम का चयन कर लिया जाएगा।
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श्रीलंका के न्यूजपेपर डेली एफटी के मुताबिक चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स प्रमोद्या विक्रमसिंघे ने कह दिया है कि अगर खिलाड़ी इंडिया सीरीज से पहले कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से मना करते हैं तो फिर उनके पास बचे हुए 39 खिलाड़ियों में से टीम चुनने के अलावा कोई और विकल्प नहीं रहेगा। ये खिलाड़ी इस वक्त इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम का हिस्सा नहीं हैं।
विक्रमसिंघे ने अपने बयान में कहा,
ये 39 खिलाड़ी इस वक्त प्रैक्टिस कर रहे हैं और मैच खेल रहे हैं और हम इंडिया सीरीज के लिए इनका ही चयन कर लेंगे। हमने अभी तक टीम का चयन नहीं किया है और रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे के बाद हम टीम को चुनेंगे।
आपको बता दें कि कुछ चीजों की मांग को लेकर श्रीलंका के खिलाड़ियों ने नए कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से इन्कार कर दिया था। यहां तक कि इंग्लैंड दौरे पर भी टीम एक डिक्लेयरेशन फॉर्म पर साइन करके गई है। हालांकि श्रीलंका बोर्ड ने अब साफ कह दिया है कि आगे से वॉल्युन्ट्री डिक्लेयरेशन फॉर्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इसका मतलब ये हुआ कि या तो खिलाड़ी कॉन्ट्रैक्ट साइन करें या फिर उनका चयन इंडिया सीरीज के लिए नहीं होगा।
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